दिल्ली की जामा मस्जिद के बाहर बड़ी संख्या में लोगों ने आज पैगंबर मोहम्मद पर की गई टिप्पणियों के विरोध में जोरदार प्रदर्शन किया.

भारतीय जनता पार्टी की पूर्व नेता नूपुर शर्मा और नवीन कुमार जिंदल द्वारा पैगंबर पर की गई टिप्पणियों को लेकर आज दिल्ली और उत्तर प्रदेश के कई इलाकों में भारी विरोध प्रदर्शन किया गया. शुक्रवार की नमाज के बाद ये विरोध प्रदर्शन शुरू हुआ था.
इस विरोध प्रदर्शन को लेकर दिल्ली सेंट्रल की डीसीपी श्वेता चौहान ने बताया कि जामा मस्जिद में जुमे की नमाज के लिए करीब 1500 लोग जमा हुए थे. नमाज के बाद करीब 300 लोग बाहर आए और नूपुर शर्मा और नवीन जिंदल की भड़काऊ टिप्पणी का विरोध करने लगे.
हम कानूनी कार्रवाई करेंगे- पुलिस
उन्होंने कहा कि ये लोग नवीन जिंदल और नूपुर शर्मा के विवादित बयान को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे. हमने वहां से लोगों को हटा दिया है. स्थिति अब नियंत्रण में है. हमने 10-15 मिनट में इस पर काबू पा लिया. इन लोगों ने प्रदर्शन सड़क पर और बिना अनुमति के किया था. जिस पर हम कानूनी कार्रवाई करेंगे.
क्या बोले जामा मस्जिद के शाही इमाम?
वहीं जामा मस्जिद के शाही इमाम का कहना है कि मस्जिद ने विरोध का कोई आह्वान नहीं किया था. हम नहीं जानते कि विरोध करने वाले कौन हैं, मुझे लगता है कि वे एआईएमआईएम के हैं या ओवैसी के लोग हैं. मस्जिद कमेटी की ओर से विरोध का कोई आह्वान नहीं किया गया था. वास्तव में, कल जब लोग विरोध करने की योजना बना रहे थे तो हमने उनसे स्पष्ट रूप से कहा कि जामा मस्जिद (समिति) से विरोध का कोई आह्वान नहीं है. हमने स्पष्ट कर दिया कि अगर वे विरोध करना चाहते हैं, तो वे कर सकते हैं. लेकिन हम उनका समर्थन नहीं करेंगे.
ये है पूरा मामला
बता दें कि, पैगम्बर मोहम्मद पर आपत्तिजनक टिप्पणी के मामले को लेकर बीजेपी नवीन कुमार जिंदल को निष्कासित और नूपुर शर्मा को निलंबित कर चुकी है. टीवी डिबेट के दौरान नुपूर शर्मा ने कथित तौर पर पैगंबर मुहम्मद के खिलाफ कुछ अपमानजनक टिप्पणी कर दी थी. वहीं नवीन कुमार जिंदल ने एक जून को पैगंबर मोहम्मद के बारे में एक ट्वीट किया था. नूपुर शर्मा और नवीन कुमार जिंदल की विवादित टिप्पणियों के बाद भारत में जहां विरोध प्रदर्शन हुए तो वहीं खाड़ी देशों से इस पर कड़ी प्रतिक्रियाएं सामने आई.
क्या बोला बीजेपी ने?
वहीं बीजेपी ने पैगंबर मोहम्मद पर टिप्पणी किए जाने के बाद कार्रवाई करते हुए नवीन कुमार जिंदल को निष्कासित और नूपुर शर्मा को निलंबित कर दिया था. बीजेपी ने कहा था कि वह सभी धर्मों का सम्मान करती है और वह उन विचारधारओं का घोर विरोधी है जो किसी धर्म या समुदाय का अपमान करे. वहीं खाड़ी देशों के विरोध पर भारत ने कहा कि पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी करनेवालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की है.