1998 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण करने वाले एंड्रयू साइमंड्स ने ऑस्ट्रेलिया के लिए 198 वनडे और 26 टेस्ट मैच खेले। वह ऑस्ट्रेलिया के सबसे सफल खिलाड़ियों में हैं

ऑस्ट्रेलियाई दिग्गज एंड्रयू साइमंड्स आज अपना 46वां जन्मदिन मना रहे होते अगर 15 मई को कार दुर्घटना नहीं होती। ऑस्ट्रेलिया को दो वर्ल्ड कप जिताने वाला यह खिलाड़ी मैदान पर खेल के साथ-साथ विवादों के कारण भी चर्चा में रहा।एंड्रयू साइमंड्स के एक नहीं बल्कि तीन देशों से खास संबंध थे। साइमंड्स वास्तव में वेस्टइंडीज मूल के थे। उन्हें इंग्लैंड के एक दंपति ने गोद लिया था, हालांकि तब उनका परिवार ऑस्ट्रेलिया चला गया था। यहीं उनका पालन-पोषण हुआ। ब्रिटिश माता-पिता होने के कारण साइमंड्स को ब्रिटिश नागरिकता मिल गई। साइमंड्स ने ऑस्ट्रेलिया के लिए इंग्लैंड के लिए खेलने का फैसला किया। लेकिन अपनी युवावस्था के दौरान वे ऑस्ट्रेलिया चले गए। हालांकि उसके पास यूके और ऑस्ट्रेलिया दोनों के पासपोर्ट थे।
20 साल की उम्र में ग्लॉस्टरशायर के लिए खेलते हुए उन्होंने ग्लैमरगन के खिलाफ एक मैच में 20 छक्के लगाए। यह प्रथम श्रेणी क्रिकेट में 20 छक्कों के साथ सर्वाधिक छक्के लगाने का विश्व रिकॉर्ड है।एंड्रयू साइमंड्स को उनके दोस्त और परिवार प्यार से ‘रॉय’ भी कहते थे। यह उपनाम साइमंड्स को उनके बचपन के खेल कोच ने दिया था। दरअसल, उनके कोच अमेरिकी-ऑस्ट्रेलियाई बास्केटबॉल खिलाड़ी लेरॉय लॉगगिन्स के फैन थे और उन्हें साइमंड्स भी पसंद थे। इसलिए उन्होंने साइमंड्स का नाम ‘रॉय’ रखा।उन्होंने अपने करियर में बेहतर बल्लेबाजी कर टीम के लिए कई मैच जीते हैं। उन्होंने 1998 में वनडे में पदार्पण किया। उन्होंने 198 एकदिवसीय मैचों में 5088 रन बनाए, जिसमें 5 शतक और 30 अर्धशतक शामिल हैं। साल 2004 में उन्हें टेस्ट क्रिकेट में डेब्यू करने का मौका मिला। उन्होंने 26 टेस्ट मैचों में 1462 रन बनाए। साइमंड्स ने टेस्ट क्रिकेट में 2 शतक और 10 अर्धशतक लगाए थे