ओवैसी ने कहा, नुपुर शर्मा को बयान दिए 10 दिन बीत गए। इसके बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की गई है। यह सरकार की जिम्मेदारी है कि मामला दर्ज हो और नुपुर शर्मा व नवीन जिंदल गिरफ्तार हों। तभी न्याय होगा।

भारतीय जनता पार्टी ने अपने नेता नुपुर शर्मा और नवीन जिंदल को भले ही पार्टी से बाहर कर दिया हो, लेकिन मामला अभी ठंडा नहीं हुआ है। पैगंबर मोहम्मद पर टिप्प्णी के बाद दोनों की गिरफ्तारी की मांग देश में तेजी से उठ रही है। इस बीच एआईएमआईएम अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने आग को फिर से हवा दे दी है। महाराष्ट्र के लातूर में एक रैली को संबोधित करते हुए ओवैसी ने कहा, पीएम मोदी ने भारत के मुसलमानों की बात न सुनकर मुस्लिम देशों की बात को ज्यादा ध्यान दिया।
‘एआईएमआईएम’ सांसद ने नुपुर या नवीन जिंदल का नाम लिए बगैर कहा, पैगंबर के खिलाफ टिप्पणी के लिए दोनों को गिरफ्तार किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा, जब हमारे देश के मुसलमान इस मुद्दे को उठा रहे थे, तब कोई कार्रवाई नहीं की गई। उनकी बात पर ध्यान ही नहीं दिया गया।
गिरफ्तारी ही न्याय होगा
ओवैसी ने कहा, नेताओं को छह या आठ महीने बाद पुनर्वास नहीं मिलना चाहिए। अगर आपको लगता है कि उनके द्वारा किए गए ट्वीट और भाषा गलत थी, तो यह सरकार की जिम्मेदारी है कि मामला दर्ज हो और वे गिरफ्तार हों। हमारे साथ तभी न्याय होगा।
10 दिन बाद भी कार्रवाई नहीं
पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ टिप्पणी के बाद भारत को अरब देशों की नाराजगी झेलनी पड़ी थी। यहां तक कि कई इस्लामिक देशों ने भारतीय सामान का बहिष्कार करने की भी अपील की थी, जिसके बाद भारतीय जनता पार्टी ने नवीन जिंदल और नुपुर शर्मा को पार्टी से बाहर कर दिया। अब एमआईएमआईएम सांसद का कहना है, अगर मैं पीएम मोदी के खिलाफ असंसदीय शब्दों का इस्तेमाल करता हूं तो भाजपा कल सुबह से ही ओवैसी की गिरफ्तारी के लिए नारे लगाना शुरू कर देगी, लेकिन नुपुर शर्मा को बयान दिए 10 दिन बीत गए। इसके बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की गई है।
ठाणे में नूपुर के खिलाफ केस
दिल्ली पुलिस ने नूपुर शर्मा व उनके परिवार को जान से मारने की धमकी मिलने के बाद सुरक्षा उपलब्ध कराई है। शर्मा ने 28 मई को साइबर सेल में शिकायत दी थी। उधर, महाराष्ट्र पुलिस ने नूपुर को पूछताछ के लिए बुलाया है। ठाणे में उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। पुलिस ने संबंधित चैनल से विवादित बयान का वीडियो फुटेज भी मांगा है। नूपुर की टिप्पणी के बाद देश के साथ ही विदेशों में भी खलबली मची हुई है।