अमेजॉन ने फ्यूचर ग्रुप को नोटिस भेजकर रिलायंस के साथ किसी भी तरह के लेन-देन से दूर रहने की चेतावनी दी है। फ्यूचर ग्रुप अपना खुदरा कारोबार रिलायंस को 3.4 अरब डॉलर में बेचना चाहता है। विवाद के बाद रिलायंस इस डील से पीछे हट गई है।

ई-कॉमर्स दिग्गज अमेजन ने फ्यूचर ग्रुप के प्रमोटर्स को नोटिस भेजकर रिलायंस इंडस्ट्रीज ग्रुप के साथ किसी भी तरह के ट्रांजैक्शन को रोकने के लिए कहा की रिलायंस फ्यूचर ग्रुप डील का हिस्सा बनने से बचें। उनका यह बयान 3.4 अरब डॉलर की घोषित डील से जुड़ा है. घटनाक्रम से जुड़े सूत्रों ने मंगलवार को बताया कि अमेजन के इस नोटिस में फ्यूचर ग्रुप को रिलायंस ग्रुप के साथ प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से किसी भी तरह के लेन-देन से दूर रहने को कहा गया है. एमेजॉन ने यह नोटिस मीडिया रिपोर्ट्स के बाद भेजा है कि फ्यूचर ग्रुप अपनी सप्लाई चेन और लॉजिस्टिक्स बिजनेस की बिक्री के लिए रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड के साथ बातचीत कर रहा है। अमेजन की ओर से फ्यूचर ग्रुप के फाउंडर किशोर बियानी, उनकी बेटी अश्नी किशोर बियाणी और अन्य प्रमोटर्स को यह नोटिस जारी किया गया है.
अमेजॉन की ओर से फ्यूचर ग्रुप के प्रमोटर्स को 6 जून को भेजे गए इस नोटिस में कहा गया है कि फ्यूचर रिटेल लिमिटेड के कर्जदाताओं ने फ्यूचर ग्रुप और रिलायंस के बीच हुए समझौते को खारिज कर दिया था लेकिन ”एफआरएल ने धोखाधड़ी और मिलीभगत की है। यह पहले ही अपने 835 स्टोर रिलायंस को सौंप चुकी है। रिलायंस समूह अब प्रस्तावित लेनदेन के माध्यम से अपनी पूरी आपूर्ति श्रृंखला, गोदाम और रसद व्यवसाय को स्थानांतरित करने का इरादा रखता है।
यह कदम मध्यस्थ के फैसले के खिलाफ होगा
नोटिस के अनुसार, इस तरह का कोई भी लेनदेन आपातकालीन मध्यस्थ के आदेश में निहित बाध्यकारी निषेधाज्ञा को दरकिनार कर देता है। एमेजॉन ने कहा कि यह कदम अदालतों में दी गई दलीलों के बिल्कुल विपरीत है।
इस सौदे से खुद रिलायंस पीछे हट गया
रिलायंस रिटेल के फ्यूचर ग्रुप के साथ प्रस्तावित विलय समझौते के विरोध में अमेजन ने लंबी कानूनी लड़ाई लड़ी थी। हालांकि कर्जदाताओं की मंजूरी नहीं मिलने के बाद रिलायंस ने खुद इस समझौते से हटने की घोषणा की थी। एमेजॉन फ्यूचर पर उसके द्वारा किए गए निवेश समझौते का उल्लंघन करने का आरोप लगा रही है।
कई वरिष्ठ अधिकारियों ने दिया इस्तीफा
आपको बता दें कि जब रिलायंस ने इस सौदे से पीछे हटने की घोषणा की तो फ्यूचर ग्रुप के प्रबंधन में हड़कंप मच गया और कई बड़े अधिकारियों ने इस्तीफा दे दिया। फ्यूचर रिटेल के मुख्य वित्तीय अधिकारी सीपी तोशनीवाल, प्रबंध निदेशक राकेश बियाणी, कंपनी सचिव समेत कई अधिकारियों ने इस्तीफा दे दिया था। बाद में प्रमोटर किशोर बियानी की बेटी अश्नी बियाणी ने भी फ्यूचर कंज्यूमर लिमिटेड के प्रबंध निदेशक पद से इस्तीफा दे दिया। फ्यूचर कंज्यूमर लिमिटेड के स्वतंत्र निदेशक अधिराज हरीश ने पहले ही खुद को बोर्ड से अलग कर लिया था। अप्रैल के महीने में फ्यूचर लाइफस्टाइल लिमिटेड के अध्यक्ष शैलेश हरिभक्ति ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया।