अलीगढ़ में कॉलेज कैंपस में नमाज पढ़ने वाले प्रोफेसर को एक माह की छुट्टी पर भेज दिया गया है। इसी के साथ मामले में जांच कमेटी का भी गठन किया गया है। मामले में 48 घंटे के भीतर कार्रवाई न होने पर परिसर में हनुमान चालीसा पढ़ने की बात भी कही गई थी।

यूपी में अलीगढ़ के वार्ष्णेय कॉलेज कैंपस में प्रोफेसर के नमाज पढ़ने के मामले में एक्शन लिया गया है। प्रिंसिपल की ओर से कॉलेज में नमाज पढ़ने वाले प्रोफेसर को एक माह के अवकाश पर भेज दिया गया है। इसी के साथ मामले में कॉलेज प्रशासन ने जांच कमेटी को तीन दिन के भीतर रिपोर्ट सौंपने को कहा है। मामले में रिपोर्ट आने के बाद प्रोफेसर पर कार्यवाही होगी।
सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था वीडियो
गौरतलब है कि चार दिन पहले कॉलेज कैंपस में प्रोफेसर के द्वारा नमाज पढ़ी गई थी। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। मामले में हिंदू संगठनों की ओर से कार्रवाई की मांग भी सामने आई थी। ज्ञात हो कि गांधी पार्क इलाके में श्री वार्ष्णेय महाविद्यालय से पूरा मामला सामने आया था। जहां प्रोफेसर एस आर खालिद नमाज अदा कर रहे थे। उनका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। इस मामले में हिंदू संगठन और बीजेपी नेताओं ने कार्रवाई की मांग की। मामले में छात्र नेता कपिल चौधरी की ओऱ से नमाज अदा कर रहे प्रोफेसर के खिलाफ क्वार्सी थाने में तहरीर भी दी गई थी। छात्र नेता की मांग थी कि प्रोफेसर को जेल भेजा जाए।
कॉलेज में नमाज अदा करने वाले प्रोफेसर का नाम एस आर खालिद बताया जा रहा है. हिंदूवादी छात्र नेता कपिल चौधरी ने पुलिस थाने में इस घटना को लेकर प्रोफेसर की शिकायत कर उन्हें जेल भेजने की मांग की है. कॉलेज प्रचार्य प्रोफेसर अनिल कुमार गुप्ता ने समिति गठित कर कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की बात कही है. वहीं सोशल मीडिया पर ही कुछ लोग प्रोफेसर का बचाव भी करते नज़र आए. लोग सवाल कर रहे हैं कि अकेले मे पढ़ी गई नमाज़ से क्या दिक्कत हो सकती है?