पीएम मोदी ने कोविड 19 में मां बाप या अपने अभिभावकों को खो चुके बच्चों को बड़ा तोहफा दिया है. इससे उन बेसाहारा बच्चों के आगे की पढ़ाई और उच्च शिक्षा में काफी सहायता हो सकेगी.

पीएम मोदी ने आज पीएम केयर्स फॉर चिल्ड्रन स्कीम के तहत बच्चों के लिए स्कॉलरशिप और अन्य सुविधाएं जारी की हैं। रविवार को इसे लेकर खुद पीएम मोदी ने ट्वीट कर जानकारी दी। उन्होंने लिखा कि- 30 मई को 10.30 बजे पीएम केयर्स फॉर चिल्ड्रन स्कीम के तहत बच्चों को पासबुक और आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत हेल्थ कार्ड सौंपा जाएगा।
पीएम केयर्स फॉर चिल्ड्रन योजना 29 मई, 2021 को उन बच्चों का समर्थन करने के लिए शुरू की गई थी, जिन्होंने 11 मार्च, 2020 की अवधि के दौरान अपने माता-पिता या कानूनी अभिभावक या दत्तक माता-पिता या जीवित माता-पिता दोनों को महामारी से खो दिया है। 28 फरवरी 2022।
“मुझे पता है कि कोविड -19 महामारी के दौरान अपने परिवार के सदस्यों को खोने वाले लोगों के लिए स्थिति कितनी कठिन है। यह कार्यक्रम उन बच्चों के लिए है जिन्होंने महामारी के दौरान अपने माता-पिता को खो दिया है। पीएम केयर्स फॉर चिल्ड्रन स्कीम ऐसे बच्चों के लिए एक प्रयास है, ”मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंस में कहा।
मोदी ने कहा कि अगर किसी को व्यावसायिक पाठ्यक्रमों के लिए, उच्च शिक्षा के लिए शिक्षा ऋण की जरूरत है, तो उसमें भी पीएम-केयर्स मदद करेगा। अन्य दैनिक जरूरतों के लिए अन्य योजनाओं के माध्यम से उनके लिए हर महीने ₹4,000 की व्यवस्था भी की गई है।
पिछले साल लॉन्च की गई थी योजना
सरकार ने यह योजना पिछले साल 29 मई को लॉन्च की थी। इसके तहत 11 मार्च, 2020 से 28 फरवरी, 2022 के बीच कोरोना महामारी के चलते अपने माता-पिता, कानूनी अभिभावक, दत्तक माता-पिता या माता या पिता में से किसी एक को खोने वाले बच्चों की मदद की जाती है।
जानें- क्या है पीएम केयर फॉर चिल्ड्रन योजना
इस योजना का उद्देश्य बच्चों को भोजन और घर उपलब्ध कराकर उनकी देखभाल और सुरक्षा सुनिश्चित करना है। ऐसे बच्चों को शिक्षा और स्कॉलरशिप के जरिए सशक्त बनाने के साथ 23 साल की उम्र में 10 लाख रुपए की वित्तीय सहायता देकर उन्हें आत्मनिर्भर बनाना है। यह स्कीम हेल्थ इंश्योरेंस के जरिए ऐसे बच्चों की सेहत का भी ख्याल रखती है। इसके तहत उन्हें 5 लाख रुपए का हेल्थ इंश्योरेंस मिलेगा।