मशहूर पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला की निर्मम हत्या के बाद पंजाब में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर एक बार फिर सवाल खड़े हो गए हैं।

पंजाब में एक साल के भीतर सुरक्षा में चूक के कई मामले सामने आए हैं, फिर चाहे वह कांग्रेस पार्टी के चरणजीत सिंह चन्नी का शासन रहा हो या अब आम आदमी पार्टी की भगवंत मान सरकार का शासन। सुरक्षा में चूक मामले को लेकर पंजाब में राजनीतिक दल एक दूसरे पर लगातार हमला कर रहे हैं, फिर चाहे वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा में हुए चूक का मामला हो या अब पंजाबी सिंगर सिद्दू मूसेवाला की हत्या का मामला।
अपने सीएम को कहना कि मैं जिंदा लौट गया
इतनी बड़ी सुरक्षा चूक के बाद पीएम मोदी ने पंजाब के पुलिसवालों से कहा था, अपने सीएम को थैंक्स कहना, कि मैं भटिंडा एयरपोर्ट तक जिंदा लौट पाया. बता दें कि पीएम मोदी की सुरक्षा की जिम्मेदारी राज्य सरकार की थी. इतना ही नहीं केंद्रीय गृह मंत्रालय की ओर से राज्य सरकार को पहले से पीएम के कार्यक्रम की जानकारी भी दी गई थी. पीएम मोदी की सुरक्षा में चूक को लेकर बहुत राजनीति हुई थी और तत्कालीन चन्नी सरकार की कड़ी आलोचना की गई थी. गृह मंत्रालय ने मामले का संज्ञान लिया और विस्तृत रिपोर्ट राज्य सरकार से तलब किया.
सिद्धू मूसेवाला की दिनदहाड़े हत्या
पुलिस इंटेलिजेंस हेड क्वार्टर पर हमला और प्रधानमंत्री की सुरक्षा में चूक के बाद अब पंजाब में सुरक्षा को लेकर एक और गंभीर सवाल तब खड़ा हो गया जब मशहूर पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला कि रविवार को अज्ञात हमलावरों ने गोली मारकर निर्मम हत्या कर दी। कांग्रेसी नेता और मशहूर पंजाबी सिंगर मूसेवाला की हत्या के बाद पंजाब में सियासत गरमा गई है भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस पार्टी पंजाब की आम आदमी पार्टी सरकार पर लगातार हमलावर है, वहीं मुख्यमंत्री ने इस मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन कर दिया है।
सुनवाई के दौरान केंद्र सरकार ने क्या कहा?
सुप्रीम कोर्ट ने समिति में चंडीगढ़ के डीजीपी, आईजी राष्ट्रीय जांच एजेंसी, पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय के रजिस्ट्रार जनरल और पंजाब के एडीजीपी (सुरक्षा) को शामिल करने का प्रस्ताव रखा. सुनवाई के दौरान चीफ जस्टिस ने कहा कि हमें आज सुबह 10 बजे प्रधानमंत्री की सुरक्षा से जुड़े दस्तावेज मिले. सुनवाई के दौरान केंद्र सरकार की तरफ से कहा गया था कि पीएम मोदी की सड़क यात्रा की जानकारी चन्नी सरकार को पहले से ही थी.