एसएंडपी ग्लोबल की रिपोर्ट के मुताबिक, भारत ने रूस से तेल आयात बढ़ा दिया है। 9 मई तक रूस से भारत को 10 मिलियन बैरल यानी 10 मिलियन बैरल कच्चे तेल का निर्यात किया जा चुका है।

आज भी पेट्रोल और डीजल की कीमत स्थिर बनी हुई है। हालांकि कच्चे तेल में तेजी पूरी तरह बनती नजर आ रही है, जिसका असर पेट्रोलियम की कीमत पर भी दिखेगा। फिलहाल 6 अप्रैल के बाद से इसकी कीमत में कोई बदलाव नहीं हुआ है. आज देश की राजधानी दिल्ली में पेट्रोल की कीमत 105.41 रुपये और डीजल की कीमत 96.67 रुपये प्रति लीटर है. मुंबई में आज एक लीटर पेट्रोल की कीमत 120.51 रुपये और डीजल की 104.77 रुपये है। कोलकाता में आज पेट्रोल की कीमत 115.12 रुपये और डीजल की कीमत 99.83 रुपये प्रति लीटर है। वहीं, चेन्नई में पेट्रोल की कीमत 110.85 रुपये और डीजल की कीमत 100.94 रुपये प्रति लीटर पर बनी हुई है। अगर आप अपने शहर में पेट्रोल-डीजल के ताजा दाम देखना चाहते हैं तो इस लिंक पर क्लिक कर सकते हैं।
बड़े वैश्विक व्यापारिक घरानों ने रूस से तेल की खरीद कम करने का फैसला किया है। उधर, यूरोपीय संघ ने रूस से कच्चा तेल खरीदने पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा की है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में बढ़ती कीमतों के कारण भारत का कच्चे तेल का आयात बिल अप्रैल के महीने में रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गया। अप्रैल में भारत ने रोजाना 48 लाख बैरल तेल का आयात किया। इसमें रूस का योगदान 5 प्रतिशत था।
भारत ने रूस से बढ़ाया तेल आयात
भारत ने रूस से तेल आयात बढ़ा दिया है। वर्ष 2021 में रूस से आयात का योगदान 1 प्रतिशत था। 2022 की पहली तिमाही में भी यह योगदान 1 फीसदी के करीब था। भारत को आपूर्ति के मामले में इराक पहले नंबर पर रहा। यह भारत को रोजाना 12 लाख बैरल तेल का निर्यात करता है। वाणिज्य मंत्रालय द्वारा साझा की गई जानकारी के अनुसार, भारत ने अप्रैल 2021 में 10.76 बिलियन डॉलर की तुलना में अप्रैल में 20.18 बिलियन डॉलर के कच्चे तेल और पेट्रोलियम उत्पादों का आयात किया।