बीएसएनएल अपनी प्रतियोगियों कंपनियों को टक्कर देने के लिए पूरी तरह से तैयार है और इसलिए कंपनी यूजर्स को लुभाने के लिए नए प्लान्स व बेनिफिट्स लेकर आ रही है.

सरकारी टेलीकॉम कंपनी बीएसएनएल के लिए अब जल्द ही अच्छे दिन आने वाले हैं। देशभर में 4जी सेवा शुरू करने में लगी बीएसएनएल ने अब रिलायंस जियो, एयरटेल, वोडाफोन आइडिया जैसी दिग्गज कंपनियों को टक्कर देने के लिए कमर कस ली है। बीएसएनएल को पिछले साल दिए गए लाइसेंस में संशोधन किया गया है। इसके बाद माना जा रहा है कि कंपनी टेलीकॉम सेक्टर में धमाका कर सकती है। आइए अब इस मुद्दे को ठीक से समझते हैं। खबर है कि दूरसंचार विभाग ने बीएसएनएल को सैटेलाइट आधारित सेवा के लिए दिए गए ‘सुई-जेनेरिक’ श्रेणी के लाइसेंस में संशोधन किया है।
ऐसे में बीएसएनएल आईओटी उपकरणों को सैटेलाइट आधारित डेटा कनेक्टिविटी भी मुहैया करा सकता है। साथ ही बीएसएनएल हर तरह की मोबाइल सैटेलाइट सर्विस मुहैया करा सकता है। इस सेवा में बीएसएनएल किसी भी तरह के नेटवर्क उपकरण का उपयोग करके वॉयस और नॉन-वॉयस मैसेज और डेटा सर्विस से जुड़ सकता है। इसके साथ ही बीएसएनएल की 4जी सेवाएं शुरू करने की तैयारी अच्छी चल रही है। बीएसएनएल का लक्ष्य 2022 में 4जी सेवाएं शुरू करना है। कंपनी को अपने ग्राहक आधार को बनाए रखने और आने वाले महीनों में 4जी सेवाओं के साथ अपनी पकड़ बनाए रखने का भरोसा है। माना जा रहा है कि निजी कंपनियों की 5जी सेवा शुरू होने से बीएसएनएल को तुरंत नुकसान नहीं होगा, क्योंकि नए जमाने की सेवाओं के लिए उपकरण अभी भी विकसित किए जा रहे हैं।
बीएसएनएल की बड़ी तैयारी
वहीं बीएसएनएल की नई सेवा के तहत संदेश को देश या देश की सीमाओं के बाहर भी प्रसारित किया जा सकता है। दरअसल, बीएसएनएल ने पिछले साल भारत में ग्लोबल एक्सप्रेस मोबाइल ब्रॉडबैंड सर्विस मुहैया कराने के लिए जरूरी लाइसेंस हासिल किया था। इसमें भारतीय घरेलू एयरलाइंस और अंतरराष्ट्रीय एयरलाइंस देश भर में उड़ान के दौरान हाई स्पीड कनेक्टिविटी मुहैया करा सकेंगी। इतना ही नहीं, ग्लोबल एक्सप्रेस की सुविधा उड़ान और समुद्री यात्रा के दौरान कनेक्टिविटी के लिए बीएसएनएल को दिए गए लाइसेंस के साथ सरकार, विमानन और समुद्री क्षेत्रों में भारतीय ग्राहकों के लिए उपलब्ध होगी। इससे हिंद महासागर क्षेत्र में काम करने वाली देश की वाणिज्यिक कंपनियां जहाजों और चालक दल से संबंधित सेवाओं के बेहतर संचालन के लिए अपने जहाजों में डिजिटलीकरण बढ़ाने में सक्षम होंगी। दरअसल, GX एक हाई स्पीड ब्रॉडबैंड नेटवर्क है। इसे दुनिया में कहीं भी आवाजाही के दौरान बेहतर कनेक्टिविटी प्रदान करने के उद्देश्य से डिजाइन किया गया है। यह सेवा उच्च बैंडविड्थ, विश्वसनीयता और सुरक्षा प्रदान करती है।