कई कंपनियां अपने इस दावे के बाद विवादों में आ चुकी हैं जब उन्होंने कुछ ही मिनटों में पिज्जा, ग्रॉसरी आदि सामान की डिलिवरी करने का दावा किया. इस पर लोगों ने कई तरह के सवाल भी उठाए कि अपने फायदे के लिए डिलिवरी पर्सन और रास्ते पर चलने वाले अन्य लोगों के लिए खतरा हो सकता है. लेकिन अब स्विगी जैसी कंपनी ने इन सबसे आगे बढ़ते हुए ड्रोन के जरिए ग्रॉसरी सप्लाई करने के प्रोजेक्ट पर काम कर रही है. अगर ऐसा होता है तो कम से कम डिलिवरी पर्सन और अन्य लोगों के खतरा तो नहीं होगा..

ऑनलाइन फूड डिलीवरी कंपनी स्विगी ने अपनी डिलीवरी सर्विस को और बेहतर बनाने के लिए ड्रोन के इस्तेमाल का फैसला किया है. कंपनी ने कहा है कि वह जल्द ही अपनी इंस्टैंट ग्रोसरी डिलीवरी सर्विस ‘इंस्टामार्ट’ के लिए ड्रोन का इस्तेमाल शुरू करेगी. स्विगी इनके जरिए अपने डिलीवरी सिस्टम के बीच के हिस्से को मजबूत करेगी. फिलहाल ड्रोन से सिर्फ डिस्ट्रीब्यूशन सेंटर तक सामान पहुंचाया जाएगा.
इस व्यवस्था के तहत स्विगी अपने डार्क स्टोर तक सामान पहुंचाने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल करेगी. दरअसल, डार्क स्टोर डिलीवरी को सपोर्ट करने के लिए स्टोर या डिस्ट्रीब्यूशन सेंटर होते हैं. ऐसे स्टोर से ही कस्टमर्स तक सामान पहुंचता है. दूसरे शब्दों में कहें, तो डार्क स्टोर एक छोटा फुलफिलमेंट सेंटर है, जिसका उपयोग अल्ट्रा-फास्ट डिलीवरी की सुविधा के लिए किया जाता है. स्विगी ने एक ब्लॉगपोस्ट में स्पष्ट किया है कि इन डार्क स्टोर से कस्टमर तक सामान पहुंचाने का काम वैसे ही होगा, जैसे अभी हो रहा है.
डार्क स्टोर्स तक ड्रोन पहुंचाएगा सामान
उनके अनुसार, स्विगी ड्रोन के जरिए ‘डार्क स्टोर्स’ तक ग्रोसरी के सामान को पहुचाएंगी. यहां से स्विगी डिलीवर करने वाला व्यक्ति पैकेट उठाएगा और उसे ग्राहक तक पहुंचाएगा
दो चरणों में किया जाएगा काम
स्विगी ने एक ब्लॉग पोस्ट ‘स्विगी बाइट्स’ में कहा था कि पायलट प्रोजेक्ट दो चरणों में किया जाएगा, पहला बेंगलुरु में गरुड़ एयरोस्पेस और दिल्ली-एनसीआर में स्काईएयर मोबिलिटी द्वारा प्रोजेक्ट पर काम किया जाएगा.
पीएम मोदी ने किया था उद्घाटन
इस साल फरवरी में, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुग्राम के मानेसर और चेन्नई में गरुड़ एयरोस्पेस की ड्रोन निर्माण सुविधाओं का उद्घाटन किया था.