पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के अध्यक्ष बिलावल भुट्टो जरदारी शहबाज शरीफ की कैबिनेट में शामिल नहीं हुए हैं।

पाकिस्तान ने लंबे समय से चल रहे राजनीतिक संकट का अंत किया और शाहबाज शरीफ ने देश के नए प्रधानमंत्री के रूप में पदभार संभाला। लेकिन अब लगता है कि शाहबाज शरीफ का ‘हनीमून पीरियड’ खत्म हो गया है। दरअसल, पाकिस्तान की सियासत में एक बार फिर सियासी बवाल खड़ा हो गया है. पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के अध्यक्ष बिलावल भुट्टो जरदारी शाहबाज कैबिनेट में शामिल नहीं हुए हैं। वहीं दूसरी ओर पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज में भी मतभेद की खबरें आ रही हैं. पता चला है कि मरियम नवाज चाचा शाहबाज से नाराज हैं.
शाहबाज शरीफ की कैबिनेट में 33 लोगों को मंत्री बनाया गया है. गौरतलब है कि नवाज शरीफ के खेमे के एक नेता को मंत्री पद दिया गया है। शाहबाज ने नवाज के करीबी जावेद एल लतीफ को मंत्री पद दिया है। लेकिन लतीफ भी शाहबाज के इस कदम से नाराज हैं इसलिए उन्होंने अभी तक मंत्री पद की शपथ नहीं ली है. वहीं नवाज के बाकी करीबी दोस्तों को दरकिनार कर दिया गया है। ऐसे में खबर आई है कि मरियम अपने पिता के करीबी नेताओं से अलग रहने की वजह से चाचा शाहबाज शरीफ से काफी खफा हैं. शाहबाज ने नवाज के करीबी दोस्तों को छोड़कर अपने पसंदीदा लोगों को अपनी कैबिनेट में मंत्री बनाया है।
नवाज के किन करीबी दोस्तों को किया दरकिनार
इरफान सिद्दीकी, परवेज राशिद, मुहम्मद जुबैर आदि नेता पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के खास और करीबी माने जाते हैं। पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज में मरियम नवाज का समर्थन करने वाले लोगों ने कहा कि मंत्रिमंडल के गठन से पहले हुई बैठकों में यह आश्वासन दिया गया था कि उपयुक्त पद के लिए एक उपयुक्त उम्मीदवार का चयन किया जाएगा। लेकिन शाहबाज शरीफ ने हमें धोखा देकर अपनी बात पर अमल नहीं किया। इन लोगों ने कहा कि सरकार बनते ही शाहबाज ने अपने करीबियों को इकट्ठा किया और उन्हें कैबिनेट में जगह दी. नवाज शरीफ के करीबी लोगों को पूरी तरह दरकिनार कर दिया गया है।
शाहबाज के फैसलों से बिलावल भुट्टो भी खफा
शाहबाज और मरियम की पार्टी में बवाल के बीच बिलावल भुट्टो ने भी अपने तेवर तेज कर दिए हैं. चर्चा जोरों पर थी कि नई सरकार में बिलावल को विदेश मंत्री बनाया जाएगा। लेकिन बिलावल ने मंत्री पद स्वीकार करने से इनकार कर दिया। बिलावल ने जहां मंत्री पद को ठुकरा दिया, वहीं उनकी पार्टी के मुस्तफा नवाज खोखर को मंत्री पद दिया गया, लेकिन उन्होंने मंगलवार को शपथ नहीं ली. दरअसल, खोखर ने कहा कि उन्हें कैबिनेट मंत्री के तौर पर जगह दी जानी चाहिए. लेकिन शाहबाज ने उन्हें राज्य मंत्री बनाने की पेशकश की। वहीं चर्चा यह भी है कि बिलावल लंदन गए हैं, जहां वह इस पूरे मामले की शिकायत नवाज शरीफ से करने जा रहे हैं.