भारत में कई लोग तांबे के बर्तन का इस्तेमाल करते हैं क्योंकि वो मानते हैं ऐसा करना सेहत के लिए फायदेमंद है. आयुर्वेद भी कहता है कि सुबह के वक्त खाली पेट तांबे के लोटे से पानी पीना लाभकारी है. ये शरीर की कई परेशानियों को दूर रखने में मदद करता है.

सेहतमंद शरीर के लिए कॉपर एक जरूरी मिनरल है. जो आयरन के साथ मिलकर खून, रोग प्रतिरोधक क्षमता, तंत्रिका तंत्र और हड्डियों को स्वस्थ रखने में मदद करता है. आप तांबे के लोटे में रातभर या कम से कम 8 घंटे पानी रखें और सुबह उठकर खाली पेट इस पानी का सेवन करें.
तांबे को पानी साफ करने में फायदेमंद माना जाता है. विज्ञान कहता है कि कॉपर यानी तांबे में बैक्टीरिया खत्म करने वाले एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं. जब आप तांबे के लोटे में पानी रखते हैं, तो तांबा उसमें मौजूद हानिकारक बैक्टीरिया का खात्मा करके पानी को शुद्ध बनाता है.
अगर आपको जोड़ों या घुटनों में दर्द रहता है, तो आप खाली पेट तांबे में रखा पानी पीएं. क्योंकि, तांबा में एंटी-इंफ्लामेटरी गुण होते हैं. जो शरीर में दर्द पैदा करने वाली इंफ्लामेशन को खत्म करने में मदद करते हैं और जोड़ों व घुटनों के दर्द से राहत दिलाते हैं.
शरीर में चल रहे फैट मेटाबॉलिज्म के लिए कॉपर काफी अहम होता है. तांबा फैट सेल्स को तोड़कर एनर्जी में बदलने के काम आता है. इसलिए, सुबह के समय तांबे के लोटे से पानी पीना वजन कम करने में लाभदायक होता है. वेट लॉस जर्नी पर चल रहे लोगों को तांबे के लोटे में रखा पानी जरूर पीना चाहिए.