भारत और संयुक्त अरब अमीरात के बीच मुक्त व्यापार समझौता 1 मई से लागू हो रहा है। वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि यूएई भारत में बड़े पैमाने पर निवेश करने के लिए तैयार है। भारत दुबई के बाजार में अपनी पहुंच बढ़ाना चाहता है।

हाल ही में भारत और संयुक्त अरब अमीरात के बीच मुक्त व्यापार समझौता (मुक्त व्यापार समझौता) हुआ। भारत और यूएई ने फरवरी में व्यापक आर्थिक भागीदारी समझौते पर हस्ताक्षर किए और यह 1 मई से लागू होने की उम्मीद है। दुबई में दुबई एक्सपो जारी है (दुबई एक्सपो 2020 में भाग लेने के लिए पहुंचे वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल (पीयूष गोयल) ने कहा कि भारत के बीच मुक्त व्यापार समझौता और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) ने बड़े अवसर खोले हैं और दोनों देशों के उद्योगों को द्विपक्षीय व्यापार को 2030 तक 250 बिलियन अमरीकी डॉलर तक ले जाने पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए।
उन्होंने यहां कहा, “हमें अपने लक्ष्यों का पुनर्मूल्यांकन करना चाहिए और एक अधिक व्यापक लक्ष्य को देखना चाहिए जिसमें यह साझेदारी काम करे।” भारत और यूएई को द्विपक्षीय व्यापार को 2030 तक 250 अरब अमेरिकी डॉलर तक ले जाने पर नजर रखनी चाहिए। समझौते के तहत, कपड़ा, कृषि, सूखे मेवे, रत्न और आभूषण जैसे क्षेत्रों के 6,090 सामानों के घरेलू निर्यातकों को संयुक्त अरब अमीरात के बाजार में शुल्क मुक्त पहुंच की अनुमति होगी। प्रवेश मिलेगा।
मध्य पूर्व का सबसे बड़ा व्यापार समझौता
इस मुक्त व्यापार समझौते के बारे में संयुक्त अरब अमीरात के विदेश व्यापार राज्य मंत्री अहमद अल-जियोदी ने कहा कि यह मध्य पूर्व देश द्वारा किया जाने वाला सबसे बड़ा व्यापार समझौता है। उन्होंने इस व्यापार समझौते की विशेषता के बारे में बात करते हुए कहा कि यह वैज्ञानिक और आर्थिक मॉडल पर आधारित है। उन्होंने कहा कि संयुक्त अरब अमीरात का व्यापार प्रतिनिधिमंडल 12-15 मई के बीच भारत का दौरा करेगा।
भारत और यूएई ने व्यापक आर्थिक भागीदारी समझौते (सीईपीए) पर फरवरी में हस्ताक्षर किए थे। इसका उद्देश्य अगले पांच वर्षों में मौजूदा 60 अरब डॉलर के द्विपक्षीय व्यापार को बढ़ाकर 100 अरब डॉलर करना है।
केंद्रीय मंत्री ने कहा, ‘‘इस समझौते के बारे में विस्तृत जानकारी जारी कर दी गई है और अब हम अपने सभी कागजी काम पूरे करने, सभी सीमा शुल्क अधिसूचनाओं को तेजी से जारी करने का प्रयास कर रहे हैं। हमें उम्मीद है कि इसे एक मई, 2022 तक शुरू किया जा सकता है।’’
गोयल ने यहां दुबई एक्सपो में कहा, ‘‘वर्तमान में हम यूएई को लगभग 26 अरब डॉलर के सामान का निर्यात कर रहे हैं। इसमें से लगभग 90 प्रतिशत वस्तुओं पर पहले ही दिन सीमा शुल्क समाप्त हो जाएगा। अगले पांच या दस साल में बाकी 9.5 फीसदी (करीब 1,270 सामान) वस्तुओं पर भी सीमा शुल्क शून्य हो जाएगा।’’