शुक्रवार को शपथ लेने के बाद योगी आदित्यनाथ ने अपने कैबिनेट के सहयोगियों के साथ बैठक कर उन्हें दिशा निर्देश दिए थे. लेकिन आज की कैबिनेट की बैठक अहम मानी जा रही है.

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री पद की शपथ दूसरी बार लेने के बाद योगी आदित्यनाथ ने 24 घंटे के भीतर ही कैबिनेट की बैठक बुला ली है. कैबिनेट की बैठक लोक भवन में शुरु हो गई है. पहली कैबिनेट बैठक में शामिल होने के लिए स्वतंत्र देव सिंह और संजय निषाद सहित सभी नवनियुक्त मंत्री लखनऊ के लोक भवन सुबह ही पहुंच गए थे. ऐसा माना जा रहा है कि योगी सरकार 2.0 की पहली कैबिनेट बैठक में ही बड़े ऐलान किए जा सकते हैं. साथ ही चुनाव के दौरान दिए गए अपने संकल्प पत्र में किए वादों को पूरा करने की दिशा में भी पहल की जा सकती है.
शपथ के बाद सीएम योगी ने की थी बैठक
दरअसल शुक्रवार को शपथ लेने के बाद योगी आदित्यनाथ ने अपने कैबिनेट के सहयोगियों के साथ बैठक कर उन्हें दिशा निर्देश दिए थे. लेकिन आज की कैबिनेट की बैठक अहम मानी जा रही है. क्योंकि आज की कैबिनेट की बैठक में पार्टी के संकल्प पत्र में किए गए वादों को लेकर फैसला किया जा सकता है. असल में राज्य में बीजेपी की सरकार बन गई है और पार्टी ने चुनाव के दौरान जनता से कई तरह के वादे किए थे. जिसे राज्य में लागू करना राज्य सरकार के लिए जरूरी है. लिहाजा आज माना जा रहा है कि कैबिनेट की बैठक में योगी आदित्यनाथ सरकार बड़े फैसले ले सकती है. इसमें खासतौर से बेसहारा पशुओं के लिए आश्रय और किसानों को मुफ्त बिजली देने के साथ ही 60 साल से अधिक महिलाओं सरकारी बसों में मुफ्त सुविधा देने समेत कई प्रस्तावों को कैबिनेट द्वारा पारित किया जा सकता है.
योगी कैबिनेट में कुल 53 मंत्री शामिल
योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को लखनऊ के इकाना स्टेडियम में मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. उनके अलावा योगी कैबिनेट में 2 डिप्टी सीएम और 50 अन्य विधायकों ने मंत्रिपद, राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) और राज्य मंत्री पद की शपथ ली. योगी कैबिनेट में योगी समेत कुल 53 मंत्री शामिल हैं
गेहूं खरीद नीति को मिल सकती है मंजूरी
जानकारी के मुताबिक राज्य में आज कैबिनेट की बैठक में गेंहू खरीद नीति को मंजूरी मिल सकती है. असल में सरकार एक अप्रैल से न्यूनतम समर्थन मूल्य पर गेहूं की खरीद शुरू होने जा रही है और आज की कैबिनेट की बैठक में गेहूं खरीद नीति को मंजूरी मिल सकती है. क्योंकि गेहूं खरीद को लेकर आमतौर पर कई तरह की शिकायतें मिलती हैं, जिसको लेकर सरकार काफी सख्त है. वहीं राज्य में दोबारा सत्ता में आई योगी सरकार से लोगों की उम्मीदें काफी बढ़ गई हैं.