आम आदमी पार्टी ने राजस्थान के अलग-अलग क्षेत्रों में वर्चस्व रखने वाले नेताओं से संपर्क साधने का काम शुरू कर दिया है.

देश के 5 राज्यों में हाल में हुए विधानसभा चुनावों के बाद पंजाब में भारी सफलता से उत्साहित और जोश से भरी आम आदमी पार्टी अब राजस्थान में भी अपनी पकड़ मजबूत बनाने की दिशा में काम कर रही है. राजस्थान में 2023 के आखिर में विधानसभा चुनावों का बिगुल बजेगा जिससे पहले पार्टी प्रदेश की राजनीतिक परिस्थितियों को देखते हुए सूबे में खुद को मजबूत करना चाहती है. बताया जा रहा है कि पार्टी ने राजस्थान के अलग-अलग क्षेत्रों में वर्चस्व रखने वाले नेताओं से संपर्क साधने का काम शुरू कर दिया है. बता दें कि राजस्थान सालों से मुख्य रूप से एक द्विध्रुवीय पार्टियों की क्षत्रछाया में रहा है ऐसे में जनता कांग्रेस और बीजेपी को बराबर मौके देती रही है. परंपरागत रूप से राज्य में हमेशा से ही कांग्रेस या बीजेपी के वोटर्स ही रहे हैं. ऐसे में अब आम आदमी पार्टी के दिल्ली और पंजाब के बाद राजस्थान में खुद की एंट्री को तीसरे मोर्चे के रूप में देख रही है.
हनुमान बेनीवाल जा सकते हैं आप के साथ
पार्टी नेताओं ने बताया कि राजस्थान में जमीन तैयार करने के लिए पार्टी आगामी 26-27 मार्च को ‘विजय उत्सव’ सम्मेलन का भी आयोजन करेगी। सूत्रों के मुताबिक, इस कार्यक्रम के दौरान भी कई नेता आप में शामिल हो सकते हैं। उन्होंने बताया कि राजस्थान की जाट बेल्ट में मजबूत पकड़ रखने वाली राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के संस्थापक हनुमान बेनीवाल भी आप के साथ जा सकते हैं।
2018 में भी आप ने लड़ा था चुनाव
गौरतलब है कि 2018 के विधानसभा चुनाव में आप ने राजस्थान की 200 में से 142 सीटों पर उम्मीदवार उतारे थे। हालांकि पार्टी को एक भी सीट पर जीत नहीं मिली थी। पार्टी को राजस्थान में सिर्फ 0.4 प्रतिशत वोट ही हासिल हुए थे।