रूस और यूक्रेन के बीच 28 दिन से युद्ध जारी है. इस युद्ध में यूक्रेन और रूस की सेना को काफी नुकसान हुआ है और यूक्रेन में तो इमारतों आदि को काफी नुकसान हुआ है.

रूस ने फरवरी के आखिरी हफ्ते में यूक्रेन पर हमला कर दिया था और अभी तक युद्ध जारी है. अभी तक रूसी सेना ने यूक्रेन में काफी तबाही मचा दी है. रूसी सेना के इन हमलों में ना सिर्फ यूक्रेन की सेना को नुकसान हुआ है, बल्कि वहां की जनता भी इससे काफी प्रभावित हुई है. यूक्रेन में कई इमारतें तबाह हो चुकी हैं और लोग अब खाने-पीने के लिए भी तरस रहे हैं. वहीं, यूक्रेन की ओर से भी लगातार दावे किए जा रहे हैं कि उन्होंने रूसी सेना के कई सैनिक मार गिराए हैं. महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने मंगलवार को कहा कि यह ‘बेतुका’ युद्ध ‘अजेय’ है और अनिवार्य रूप से इसे युद्ध के मैदान से शांति की मेज पर ले जाना होगा. इसके साथ ही उन्होंने चिंता व्यक्त की कि इस संघर्ष से भूख के वैश्विक संकट की प्रतिध्वनि सुनाई दे रही है. गुतारेस ने चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि एक करोड़ यूक्रेनी लोग अपने घरों से पलायन को मजबूर हो गए हैं अन्यत्र जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि दुनिया यूक्रेन के शहरों, कस्बों और गांवों में भयानक मानवीय पीड़ा और विनाश देख रही है.
गुतारेस ने प्रेस को अपनी टिप्पणी में कहा, ‘एक महीने पहले, रूसी संघ ने संयुक्त राष्ट्र चार्टर का उल्लंघन करते हुए यूक्रेन के संप्रभु क्षेत्र पर बड़े पैमाने पर आक्रमण शुरू किया था. यह यूक्रेनी सीमा पर भारी मात्रा में सैन्य बल की तैनाती के महीनों के बाद किया गया.’ उन्होंने कहा, ‘यह युद्ध अजेय है. जल्दी या बाद में, उसे युद्ध के मैदान से शांति की मेज पर जाना होगा. यह अपरिहार्य है.’ गुतारेस ने कहा कि यूक्रेन के लोग जीते जी नरक भोग रहे हैं और दुनिया भर में भोजन, ऊर्जा और उर्वरक की आसमान छूती कीमतों के साथ भोजन के वैश्विक संकट की आहट महसूस की जा रही है.
बमबारी से लोगों के मन में डर
यूक्रेन के हालात पर चिंता व्यक्त करते हुए गुतारेस ने कहा कि 10 लाख लोगों को अपना घर छोड़ना पड़ा है. यूक्रेन के शहरों, कस्बों और गांवों को भयानक मानवीय पीड़ा और विनाश झेलना पड़ा है. उन्होंने कहा कि व्यवस्थित बमबारी ने लोगों के मन में डर पैदा किया है. अस्पतालों, स्कूलों, अपार्टमेंट इमारतों और घरों पर गोलाबारी की जा रही है. हर घंटे ये हमले अधिक अप्रत्याशित होते जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि विकासशील देश पहले से ही कोविड-19 के बोझ से दबे थे और पर्याप्त वित्तपोषण तक पहुंच की कमी की वजह से वे अब इस युद्ध के परिणामस्वरूप भारी कीमत भी चुका रहे हैं.
मकरीव से रूसी बलों को खदेड़ा गया
यूक्रेनी रक्षा मंत्रालय ने दावा किया है कि मंगलवार को तड़के रूसी बलों को भीषण लड़ाई के बाद कीव के रणनीतिक लिहाज से अहम उपनगर मकरीव से खदेड़ने में कामयाबी मिली है. वहीं, मारियुपोल के दक्षिणी बंदरगाह पर रूस ने हमला तेज किया. शहर से निकल रहे आम लोगों का कहना है कि बमबारी लगातार जारी है. कीव में विस्फोटों और गोलियां चलने की आवाज कई जगहों पर सुनी गईं और उत्तर में एक जगह से काले धुएं का गुबार उठता देखा गया. उत्तर-पश्चिम में तोपखाने से की जा रही भारी गोलाबारी की आवाज सुनी जा सकती है, जहां रूस ने राजधानी के कई उपनगरीय क्षेत्रों को घेरने और कब्जा करने के लिए दबाव बढ़ा दिया है.