अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में इन बागी सांसदों के वोट बेहद महत्वपूर्ण हैं क्योंकि प्रधानमंत्री इमरान खान की सरकार गिराने के लिए विपक्ष को 172 वोटों की जरूरत है. प्रधानमंत्री खान ने बागी सांसदों को जीवन पर्यंत अयोग्य करार देने की धमकी दी है.

पाकिस्तान में इमरान खान की सरकार तमाम मुश्किलों से घिर गई है. आलम ये है कि इमरान सरकार के खिलाफ शुक्रवार को नेशनल असेंबली की मीटिंग बुलाई गई है. दरअसल, पीटीआई के करीब दो दर्जन सांसदों ने प्रधानमंत्री खान नीत सरकार के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव के दौरान उनके खिलाफ वोट देने की धमकी दी थी. इस पूरे मसले पर प्रतिक्रिया देते हुए खान सरकार के एक मंत्री असद उमर ने कहा कि पाकिस्तान में इस सियासत के लिए गैर-मुल्क और भारत जिम्मेदार है.
इमरान सरकार के खिलाफ नेशनल असेंबली में लाए जा रहे अविश्वास प्रस्ताव पर उमर ने कहा कि पाकिस्तान में आज जो कुछ भी हो रहा है, इसके पीछे न सिर्फ देश के लोगों का, बल्कि गैर-मुल्कों और भारत का भी हाथ है. उन्होंने कहा कि इस षडयंत्र के पीछे नवाज शरीफ और भारत के प्रधानमंत्री मोदी जी के करीबी रिश्ते भी हैं. बता दें कि पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ नीत सरकार ने सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में अर्जी देकर पार्टी के बागी सांसदों को अयोग्य करार दिए जाने के संबंध में अदालत से संवैधानिक आधार पर उसका विचार जानना चाहा था.
सांसदों को अयोग्य करार देने की धमकी
पाकिस्तान के संविधान के अनुच्छेद 63-ए की व्याख्या ‘प्रेसिडेंशियल रेफरेंस’ के लिए महाधिवक्ता खालिद जवान खान ने सोमवार को यह अर्जी दी थी. संविधान के अनुच्छेद 63-ए के अनुसार, अविश्वास प्रस्ताव और धन विधेयक (बजट) जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर पार्टी नेता के निर्देशों के खिलाफ मतदान करने वाला सांसद अयोग्य घोषित कर दिया जाएगा. हालांकि, अनुच्छेद में यह स्पष्ट नहीं है कि इन्हें कितने वक्त के लिए अयोग्य करार दिया जा सकता है, लेकिन प्रधानमंत्री इमरान खान ने बागियों को जीवन पर्यंत अयोग्य करार देने की धमकी दी है.