पीटीआई के बड़े नेता अब्दुल समद याकूब ने एबीपी न्यूज से एक्सक्लूसिव बातचीत में कहा कि हो सकता है हम अविश्वास प्रस्ताव में विपक्ष के सामने लूज कर जाएं.

पाकिस्तान में एक बार फिर राजनीतिक संकट की स्थिति बनी हुई है. प्रधानमंत्री इमरान खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर विचार के लिए शुक्रवार को नेशनल असेम्बली की बैठक बुलाई गई है. अपनी सरकार बचाने की कवायद में जुटे इमरान खान को उस समय बड़ा झटका लगा जब चुनाव आयोग ने उन पर इजाजत के बगैर जनसभा करने के आरोप में जुर्माना ठोक दिया. वहीं पाकिस्तान मुस्लिम लीग ने पार्टी की तरफ से शहबाज शरीफ का नाम पीएम उम्मीदवार के रूप घोषित कर दिया है.
पाकिस्तान मुस्लिम लीग (नवाज) की उपाध्यक्ष मरियम नवाज ने कल सोमवार को ऐलान किया कि इमरान खान अगर बहुमत नहीं साबित कर पाते और सरकार गिर जाती है तो पीएमएल-एन के नेता शहबाज शरीफ प्रधानमंत्री पद के लिए पार्टी की ओर से उम्मीदवार होंगे. इस्लामाबाद हाईकोर्ट के बाहर मरियम शरीफ ने कहा कि विपक्ष प्रधानमंत्री पद के लिए अगले उम्मीदवार की नियुक्ति पर बैठकर फैसला करेगा, लेकिन पीएमएल-एन शहबाज शरीफ को पीएम के लिए नामित करेगा.
शुक्रवार को होगी अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा
दूसरी ओर, पीएम इमरान खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के लिए नेशनल असेंबली की बैठक शुक्रवार (25 मार्च) को बुलाई गई है. मुस्लिम लीग-नवाज और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के करीब 100 सांसदों ने महीने की शुरुआत (8 मार्च) में नेशनल असेंबली सचिवालय को अविश्वास प्रस्ताव दिया था. नेशनल असेंबली के अध्यक्ष असद कैसर ने प्रधानमंत्री के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर विचार करने के लिए 25 मार्च (शुक्रवार) को सदन का सत्र बुलाने की रविवार को घोषणा की थी.
इमरान खान सरकार के खिलाफ विपक्ष एकजुट हो चुका है. 342 सदस्यीय नेशनल असेंबली में अगर इमरान के खिलाफ 172 वोट पड़ते हैं तो उन्हें इस्तीफा देना पड़ेगा. इमरान की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के सदन में 155 सदस्य हैं जबकि बहुमत हासिल करने के लिए उन्हें 172 वोटों की दरकार होगी.
चुनाव आयोग ने पीएम इमरान पर ठोका जुर्माना
दूसरी ओर, पाकिस्तान के चुनाव आयोग (ईसीपी) ने चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन कर जनसभा को संबोधित करने के आरोप में प्रधानमंत्री इमरान खान समेत कुल 6 नेताओं पर 50-50 हजार रुपये का जुर्माना लगाया है. इनमें एक मुख्यमंत्री भी शामिल हैं.
पाकिस्तान के चुनाव आयोग के प्रवक्ता हारून शिनवारी ने बताया कि स्वात के जिला निगरानी अधिकारी ने प्रधानमंत्री इमरान के साथ-साथ कुछ संघीय और प्रांतीय मंत्रियों की ओर से 16 मार्च को स्वात घाटी में एक जनसभा में आयोग द्वारा चेतावनी के बावजूद भाषण देने पर जुर्माना लगाया. जिन अन्य लोगों पर जुर्माना लगाया गया है उनमें विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी, खैबर पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री महमूद खान, मुराद सईद, संचार और क्षेत्र के एमएनए संघीय मंत्री और प्रांतीय मंत्री डॉ अमजद अली और मोहिबुल्लाह शामिल हैं.
OIC सम्मेलन के बाद इमरान को देना होगा इस्तीफाः जनरल बाजवा
पिछले दिनों जनरल कमर जावेद बाजवा के नेतृत्व में पाकिस्तानी सेना के शीर्ष अधिकारियों ने कथित तौर पर इस महीने होने वाली इस्लामिक सहयोग संगठन (OIC) के सम्मेलन के बाद प्रधानमंत्री इमरान खान से इस्तीफा देने के लिए कहा है.
पाकिस्तानी मीडिया रिपोर्टों में कहा गया है कि इमरान खान को बाहर करने का फैसला जनरल बाजवा और तीन अन्य वरिष्ठ लेफ्टिनेंट जनरलों ने बाजवा और देश के जासूस लेफ्टिनेंट जनरल नदीम अंजुम के इमरान खान से मुलाकात के बाद हुई बैठक में लिया था. साथ ही यह भी बताया गया कि सभी चार सैन्य नेताओं ने इमरान खान को बचने का कोई रास्ता नहीं देने का फैसला किया है.