सोशल मीडिया पर राष्ट्रपति भवन का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें एक बुजुर्ग व्यक्ति राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री को नमस्कार करते हैं और फिर पीएम मोदी भी उस शख्स को झुककर प्रणाम करते हैं.

आपने देखा होगा कि सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जो राष्ट्रपति भवन पद्म पुरस्कार समारोह का है. इस वीडियो में एक बुजुर्ग व्यक्ति दिखाई देते हैं, जो पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जमीन पर झुककर प्रणाम करते हैं और पीएम मोदी भी अपनी कुर्सी से उठकर उन्हें प्रणाम करते हैं. वहीं, इसके बाद ये राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के सामने दो बार प्रणाम करते हैं. अब ये वीडियो काफी शेयर किया जा रहा है और इनके शालीनता और इस व्यवहार की लोग तारीफ कर रहे हैं.
ऐसे में जानते हैं कि ये कौन हैं और उन्होंने क्या कीर्तिमान रचा है, जिस वजह से उन्हें पद्मश्री से सम्मानित किया गया. तो जानते हैं इनसे जुडी हर एक बात, जिसके बाद आप इन शख्सियत को अच्छे से जान पाएंगे.
कौन हैं ये शख्स?
राष्ट्रपति भवन में पद्म श्री से सम्मानित किए गए इन शख्सियत का नाम स्वामी शिवानंद हैं, जो 125 साल के हैं. 125 साल के शिवानंद ने अपने सरल व्यवहार से लोगों का दिल जीत लिया है. उन्हें योग को लेकर किए गए सहारनीय कार्यों के लिए इस अवार्ड से सम्मानित किया गया है. आउटलुक की एक रिपोर्ट के अनुसार, स्वामी शिवानंद का जन्म 8 अगस्त 1896 को Sylhet में हुआ था, जो अब बांग्लादेश में है. स्वामी शिवानंद का बचपन गरीबी में गुजरा, क्योंकि 6 साल की उम्र में ही उनकी मां-पिता का निधन हो गया था.
अपने माता-पिता के देहांत के बाद वे पश्चिम बंगाल के नवद्वीप में उनके गुरुजी के आश्रम में आए. गुरु ओंकारानंद गोस्वामी ने उनका पालन-पोषण किया, बिना स्कूली शिक्षा के योग सहित सभी व्यावहारिक और आध्यात्मिक शिक्षा दी. पद्म पुरस्कार विजेताओं को लेकर राष्ट्रपति भवन की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार, अब स्वामी शिवानंद देश के विभिन्न हिस्सों में वंचितों की सेवा कर रहे हैं.
अगर उनकी ओर से किए गए कार्यों की बात करें तो वे पिछले 50 सालों से 400-600 कुष्ठ प्रभावित भिखारियों की व्यक्तिगत रूप से उनकी झोपड़ियों में जाकर उनकी सेवा कर रहे हैं. स्वामी शिवानंद को लोगों की जरूरतों के आधार पर विभिन्न सामग्रियों जैसे खाद्य पदार्थ, फल, कपड़े, सर्दियों के वस्त्र, कंबल, मच्छरदानी, खाना पकाने के बर्तन की व्यवस्था करने के लिए कहा जाता है और वे उसकी व्यवस्था करते हैं.
स्वामी शिवानंद को 2019 में बेंगलुरु में योग रत्न पुरस्कार सहित विभिन्न पुरस्कार से सम्मानित किया गया और 21 जून 2019 को विश्व योग दिवस पर योग प्रदर्शन में देश के सबसे वरिष्ठ प्रतिभागी थे. इसके अलावा 30 नवंबर 2019 को समाज में उनके योगदान के लिए उन्हें रेस्पेक्ट एज इंटरनेशनल द्वारा वसुंधरा रतन पुरस्कार से सम्मानित किया गया था. बता दें कि शिष्यों के बुलावे पर वे इंग्लैंड, ग्रीस, फ्रांस, स्पेन, ऑस्ट्रिया, इटली, हंगरी, रूस, पोलैंड, आयरलैंड, नीदरलैंड, स्विट्जरलैंड, जर्मनी, बुल्गेरिया, यूके समेत 50 से ज्यादा देशों का भ्रमण कर चुके हैं.