यूपी में नई सरकार के गठन की तैयारियां शुरू हो चुकी हैं. होली के बाद मुख्यमंत्री के तौर पर योगी आदित्यनाथ दूसरी बार शपथ लेंगे. बताया जा रहा है कि 21 मार्च को शपथ ग्रहण हो सकता है.

यूपी सरकार के गठन की उल्टी गिनती शुरू हो गई है। प्रदेश में नई सरकार के गठन और मंत्रिमंडल को लेकर बुधवार को दिल्ली में महत्वपूर्ण बैठक होगी। इसी बीच योगी आदित्यनाथ का शपथ ग्रहण समारोह को बेहद भव्य बनाने की तैयारी हो रही है। यह समारोह लखनऊ के इकाना स्टेडियम में हो सकता है। समारोह में प्रदेश के हर विधानसभा क्षेत्र से लोगों को आमंत्रित किया जाएगा। बड़े आयोजन के लिए जगह भी भव्य देखी जा रही है। जिसके चलते इकाना स्टेडियम का निरीक्षण भी किया गया है। समारोह में पीएम नरेंद्र मोदी, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, गृहमंत्री अमित शाह, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के अलावा केंद्रीय मंत्रिमंडल के सदस्य और संघ के कुछ प्रमुख चेहरों के मौजूद रहने की संभावना है। भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों सहित तमाम अन्य अतिथि समारोह में शामिल होंगे.
क्यों चुना गया इकना स्टेडियम
बीजेपी ने अटल बिहारी वाजपेयी इकना क्रिकेट स्टेडियम को शपथ ग्रहण के लिए इसलिए चुना है क्योंकि इसमें क़रीब एक लाख लोग आसानी से बैठ सकते हैं. इसके अलावा एक हज़ार चार पहिया और 5000 दो पहिया गाड़ियां इस स्टेडियम के कैंपस के अंदर खड़ी हो सकती हैं. जरूरत पड़ने पर स्टेडियम कैंपस के अंदर अस्थाई हेलीपैड भी बनाया जा सकता है. स्टेडियम के अंदर 2 बड़े एलईडी स्क्रीन भी हैं, जिससे शपथ ग्रहण को लाइव दिखाया जा सकता है.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के चेहरे पर चुनाव लड़ने वाली बीजेपी को इस बार अकेले 255 और सहयोगियों के साथ मिलजर 273 सीटें हासिल हुई हैं. सीएम के चेहरे की घोषणा बीजेपी ने पहले ही कर रखी है. ऐसे में औपचारिक तौर पर मुख्यमंत्री चुनने की प्रक्रिया के लिए अमित शाह और रघुबर दास होली बाद लखनऊ आएंगे. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज दिल्ली पहुचेंगे जहां बीजेपी आलाकमान के साथ बैठक कर मंत्रियों के नामों पर फ़ैसला होगा.
19 को लखनऊ आ सकते हैं अमित शाह और रघुवर दास
होली के ठीक बाद भाजपा विधायक दल की बैठक में नेता का चुनाव हो जाएगा। विधायक दल की बैठक 19 या 20 मार्च को हो सकती है जबकि 21 मार्च को योगी सरकार के शपथ ग्रहण की संभावना है। पार्टी सूत्रों की मानें तो शाह 19 मार्च को लखनऊ आ सकते हैं। उन्हीं की मौजूदगी में भाजपा विधायक दल की बैठक में नेता चुना जाएगा। नेता चुने जाने के बाद राज्यपाल के समक्ष सरकार बनाने का दावा पेश किया जाएगा।