शपथ ग्रहण समारोह में अरविंद केजरीवाल के अलावा किसी भी वीआईपी को न्योता नहीं दिया गया था, आप की तरफ से सिर्फ आम लोगों से समारोह में शामिल होने की अपील की गई थी

आम आदमी पार्टी के भगवंत मान पंजाब के नए मुख्यमंत्री बन गए हैं. शहीद भगत सिंह के गांव में राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित ने उन्हें सीएम पद की शपथ दिलाई है. इस कार्यक्रम में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया भी पहुंचे. आज के समारोह में सिर्फ मान ने ही मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. पंजाब मंत्रिमंडल में मुख्यमंत्री समेत 18 मंत्री हो सकते हैं. सीएम पद की शपथ लेने के बाद भगवंत मान ने कहा कि मेरे लिए खटकलां गांव कोई नया नहीं है. मैं पहले भी यहां आता रहा हूं. पंजाब में विकास के लिए बहुत काम करना है.
भगवंत मान ने कहा कि यहां आने की एक खास वजह है. पहले शपथ ग्रहण राजमहलों में होते थे. अब शपथ ग्रहण समारोह शहीदों के गांव आया है, जिन्होंने हमें ये देश दिया उन्हें याद तो करें, केवल 23 मार्च और 28 सितंबर को थोड़ी याद करना है. वे हमारे दिल में बसे हैं. खटकर कलां में पंजाब के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद भगवंत मान ने कहा कि हमें यहां रहकर अपना देश ठीक करना है. दूसरे देशों में हमें धक्के नहीं खाने. यहीं रहकर काम करेंगे. खेती, रोजगार, व्यापार, स्कूल, अस्पताल कहानी बहुत उलझी पड़ी है. आप लोगों के साथ मिलकर इसे सुलझाना है.
शपथ ग्रहण समारोह में आप के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल अपनी पूरी कैबिनेट और पंजाब के सभी विधायकों के साथ मौजूद थे। शपथ ग्रहण समारोह में केजरीवाल के अलावा कोई अन्य मुख्यमंत्री या विपक्ष का बड़ा नेता मौजूद नहीं था।
पंजाब के निवर्तमान मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी को भी शपथ ग्रहण समारोह में आमंत्रित नहीं किया गया था। भगवंत मान की अपील के बाद उनके समर्थक बसंती रंग की पगड़ी और दुपट्टा ओढ़कर समारोह में पहुंचे थे।
जगरांव के एसएसपी केतन पाटिल ने बताया कि यहां जो पंडाल लगा है उसकी क्षमता 50 हजार से ज्यादा है। जो विधायक, उनके परिवार और वीवीआईपी जो दिल्ली, चंडीगढ़ और पंजाब से आ रहे हैं उनकी सिक्योरिटी की जिम्मेदारी हमारे जिले को दी गई है। कुल मिलाकर 2000 के लगभग पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है।