इंग्लैंड की कप्तान ने साउथ अफ्रीका के खिलाफ मैच हारने के बाद पोस्ट मैच प्रजेन्टेशन में कहा, ” हमारे पास अब कोई चारा नहीं है. हमें भारत को हराना ही होगा. भारत को हराने की ही तरह हमें अपने अगले मैच भी जीतने होंगे.

आईसीसी महिला विश्व कप 2022 के आगाज से पहले इंग्लैंड प्रबल दावेदारों में था. लेकिन, मुकाबला ऑन होते ही उनकी बत्ती गुल हो गई. इंग्लैंड की टीम के साथ वो देखने को मिल रहा है, जो विश्व कप के इतिहास में पहले कभी नहीं दिखा. पहली बार उसे विश्व कप की पिच पर साउथ अफ्रीका ने हराया. पहली बार उसे वर्ल्ड कप में लगातार 3 हार दंश झेलना पड़ा. अब जब इतना कुछ हो गया तो इस सूरत में भारतीय टीम के खिलाफ उसका होने वाला अगला मैच सबसे बड़ा बन गया है. क्योंकि उसमें उसकी हार का मतलब होगा, खिताबी जीत के सपनों का मर जाना. टूर्नामेंट से बोड़िया बिस्तर बंध जाना. और, ऐसा हो इंग्लैंड की कप्तान हेदर नाइट ये कतई नहीं चाहती.
साउथ अफ्रीका के खिलाफ इंग्लैंड को 3 विकेट से हार का सामना करना पड़ा है. इंग्लैंड को पिछली तीनों हार क्लोज फाइट में मिली है. हर मैच को उसने आखिरी ओवर तक तो खींचा पर उसे अपनी झोली में डालने में नाकाम रही. अब भारत के खिलाफ तो उनके लिए कोई गड़बड़ गुंजाइश नहीं बची है.
भारत को हराना ही होगा- इंग्लैंड की कप्तान
इंग्लैंड की कप्तान ने साउथ अफ्रीका के खिलाफ मैच हारने के बाद पोस्ट मैच प्रजेन्टेशन में कहा, ” हमारे पास अब कोई चारा नहीं है. हमें भारत को हराना ही होगा. भारत को हराने की ही तरह हमें अपने अगले मैच भी जीतने होंगे.” उन्होंने कहा, ” भारत के खिलाफ मुकाबले से पहले हमारे पास बस एक दिन है. टूर्नामेंट में अब तक चीजें हमारे विपरीत रही हैं. लेकिन भारत के खिलाफ हम इसे बदलने की कोशिश करेंगे.”
भारतीय खिलाड़ियों ने करीब से देखा इंग्लैंड का खेल
भारत और इंग्लैंड के बीच मुकाबला 16 मार्च को खेला जाना है. इस मुकाबले की तैयारी भारतीय टीम ने भी खास अंदाज में की. उसके कई खिलाड़ियों ने स्टेडियम में बैठकर साउथ अफ्रीका के खिलाफ इंग्लैंड का मैच देखा. इनमें कप्तान मिताली राज के अलावा यास्तिका भाटिया, स्नेह राणा और पूजा वस्त्राकर के नाम शामिल हैं. ये सभी खिलाड़ी मैच देखने पहुंचे थे, ताकि करीब से इंग्लैंड की कमजोरियों को पढ़ सकें.
इंग्लैंड की टीम के लिए शुरुआती 3 मुकाबले हारने के बाद आगे भारत के अलावा न्यूजीलैंड, पाकिस्तान, बांग्लादेश जैसी टीमों के साथ खेलना है. अगर उम्मीदों को जिंदा रखना है तो उसे सभी मैच जीतने होंगे. क्योंकि, इनमें से एक भी मुकाबला हारने पर उनके सेमीफाइनल में पहुंचने की डोर टूट जाएगी.