गणेश चंद्र ने कहा, धनघटा के लोगों और भारतीय जनता पार्टी ने समाज को यह संदेश दिया कि जाति, धर्म, आर्थिक स्थिति मायने नहीं रखती और आज एक आम आदमी भी ऊंचाइयों तक पहुंच सकता है।

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में बीजेपी उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ने वाले सफाई कर्मचारी गणेश चंद्र चौहान ने 10,553 मतों से जीत हासिल की है. उन्होंने संत कबीर नगर की धनघटा सीट से चुनाव लड़ा था. उन्होंने कहा कि बीजेपी ने लोगों को संदेश दिया है कि एक सामान्य कार्यकर्ता भी ऊंचाई तक पहुंच सकता है. उन्होंने आगे कहा कि पीएम मोदी ने प्रयागराज में सफाई कर्मचारियों को सम्मानित किया. उन्होंने सफाई कर्मचारियों के पैर धोए और संदेश दिया सफाई कर्मचारी छोटे नहीं होते. अगर वो समाज की गंदगी साफ कर रहे हैं, तो ये दर्शाता है कि वे निश्चित रूप से महान हैं.
गणेश चंद्र चौहान ने बताया कि कोरोना के दौरान वो रिक्शा चालकों के लिए वाहन में पूरी-सब्जी लेकर जात थे. संत कबीर नगर में बिहार के कई लोग रहते हैं. जब मुझे टिकट दिया गया तो वो मुझसे मिले आए और भावुक हो गए. जिस दिन मैं जीत, रिक्शा वाले आए और मुझे गले लगा लिया.
सपा के अलगू चौहान को दी मात
पिछले 55 साल से धनघटा विधानसभा सीट आरक्षित कोटे में ही है. साल वर्ष 2009 के परिसीमन में यह सीट हैंसर विधानसभा से बदलकर धनघटा के नाम से हो गई, लेकिन इस बार भी सुरक्षित कोटे में ही रही. इस सीट ने प्रदेश सरकार को कई मंत्री व प्रभावशाली नेता भी दिए. वर्तमान में यह सीट प्रदेश सरकार के मंत्री श्रीराम चौहान के खाते थी जो 2017 में यहां से भाजपा के विधायक चुने गए थे. लेकिन इस बार पार्टी ने उन्हें गोरखपुर की खजनी विधानसभा सीट से उम्मीदवार घोषित किया. यहां से भाजपा ने संघ से जुड़े गणेश चन्द्र को प्रत्याशी घोषित किया गया और उन्हें जीत भी मिली. इनके सामने सपा से अलगू चौहान मैदान में थे. जबकि कांग्रेस से शांति देवी और बसपा से संतोष बेलदार भी मैदान में थे.