दोनों ही नेता सांसद हैं और आगे भी सांसद के तौर पर ही काम करना चाहते हैं। अखिलेश यादव आजमगढ़ से सांसद हैं जबकि आजम खान रामपुर से सांसद हैं।

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में हार मिलने के बाद अब अखिलेश यादव और आजम खान विधायक का पद छोड़ देंगे। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक अखिलेश यादव करहल की सीट और आजम खान रामपुर की सीट छोड़ देंगे। मौजूदा समय में दोनों ही नेता सांसद हैं और आगे भी सांसद के तौर पर ही काम करना चाहते हैं। अखिलेश यादव आजमगढ़ से सांसद हैं जबकि आजम खान रामपुर से सांसद हैं।
अखिलेश यादव के नेतृत्व में ये सपा ने तीसरा चुनाव लड़ा। जिसमें सपा अपनी छाप छोड़ने में नाकाम हुई है। अखिलेश यादव अपनी सीट निकाल पाने में जरूर कामयाब रहे, लेकिन वे चुनाव लड़ेंगे या नहीं, यदि लड़ेंगे तो किस सीट से लड़ेंगे, इस बारे में बहुत बाद में फैसला लिया गया। उनकी इस देरी पर भी प्रतिस्पर्धी पार्टियों ने चुटकी ली थी। अखिलेश यादव हालांकि करहल से चुनाव लड़े और जीते। ऐसे में अखिलेश ने सांसद बने रहना उचित समझा, यही निर्णय आजम खान ने भी लिया है। आगामी लोकसभा चुनाव और अन्य राजनीतिक समीकरणों के चलते यह फैसला किया गया।
चुनाव नतीजों के बाद अखिलेश यादव ने कहा था कि उत्तर प्रदेश की जनता को भी हमारी सीटें ढाई गुनी और मत प्रतिशत डेढ़ गुना बढ़ाने के लिए भी धन्यवाद चुनाव परिणामों से स्पष्ट है कि भाजपा का यह घटाव निरन्तर जारी रहेगा.उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा ने जो भ्रम और छलावा फैलाया है वह आधे से ज्यादा दूर हो गया है, बाकी कुछ दिनों में दूर हो जाएगा समाजवादी पार्टी जनता की समस्याओं और विकास के मुद्दों को सदन के अंदर और बाहर मजबूती से उठाएगी. जनहित में संघर्ष अवश्य जीतेगा. समाजवादी पार्टी लोकतंत्र के लिए संकल्पित है.