हरमनप्रीत कौर ने इस मैच में अर्धशतक जमाया लेकिन उन्हें दूसरे छोर से किसी बल्लेबाज का समर्थन नहीं मिला जिसके कारण वह अकेली लड़ती रहीं.

भारतीय महिला क्रिकेट टीम को गुरुवार को आईसीसी वनडे विश्व कप के अपने दूसरे मैच में हार का सामना करना पड़ा है. न्यूजीलैंड ने सेडन पार्क मैदान पर खेले गए दूसरे मैच में भारत को 62 रनों से हरा दिया. न्यूजीलैंड ने भारत के सामने 261 रनों की चुनौती रखी थी. लेकिन टीम इंडिया तमाम कोशिशों के बाद भी ये मैच अपने नाम नहीं कर सकी. भारतीय खिलाड़ियों की धीमी बल्लेबाजी और समय पर तेजी से रन न बनाना टीम की हार का एक बड़ा कारण है. टीम इंडिया का लिए हरमनप्रीत कौर ने सबसे ज्यादा 71 रन बनाए लेकिन वह टीम की नैया पार नहीं लगा पाईं.
हरमनप्रीत ने रन तो बनाए लेकिन वह तेजी से रन नहीं बटोर पाईं और जब उन्होंने एक्सीलेटर पर पैर रखने की कोशिश की तभी अपना विकेट खो बैठी. दाएं हाथ की इस बल्लेबाज ने 63 गेंदों पर 71 रनों की पारी खेली. अपनी इस पारी में उन्होंने छह चौके और दो छक्के जमाए.
टीम को संभाला, लेकिन नहीं दिला पाईं जीत
हरमनप्रीत कौर 20वें ओवर में मैदान पर आ गई थीं. इस ओवर की पहली गेंद पर यास्तिका भाटिया आउट हुई.उनके बाद कौर ने कदम रखा. यहां टीम का स्कोर महज 50 रनों पर दो विकेट था. रन रेट भी कम था और दो विकेट भी जा चुके थे. यहां जरूरत थी कि कौर और कप्तान मिताली राज दोनों मिलकर रन रेट को भी बढ़ाएं और विकेट भी बचाएं. अगले 9.5 ओवरों में इन दोनों ने मिलकर 47 रन जोड़े. मिताली हालांकि 97 के कुल स्कोर पर आउट हो गईं. उन्होंने 31 रन बनाए. मिताली के आउट होने के बाद कौर की जिम्मेदारी बढ़ गई थी. मिताली के बाद अगली गेंद पर ऋचा घोष भी आउट हो गईं. ऐसे में टीम पर दबाव बन गया था.
उनके साथ थीं स्नेह राणा. दो जल्दी विकेट खो जाने के बाद टीम को संभालने की जिम्मेदारी कौर पर आ गई थी. उन्होंने ये काम किया लेकिन दूसरे छोर से उन्हें सपोर्ट नहीं मिला. इसलिए वह सैट होने के बाद भी अपने अंदाज में बल्लेबाजी नहीं कर पा रही थीं.फिर भी वह मौके बनाकर बाउंड्रीज निकालने की कोशिश कर रही थीं. स्नेह राणा 127 और फिर पूजा वस्त्राकर 143 रनों के कुल स्कोर पर आउट हो गईं. इन दोनों ने पिछले मैच में शानदार बल्लेबाजी की थी, लेकिन इस मैच में दोनों कौर का साथ नहीं दे पाईं और दूसरे छोर पर उन्हें अकेला छोड़कर चली गईं.
आखिरी में बनाए तेजी से रन
आखिरी 10 ओवरों में भारत को जीत के लिए 121 रनों की जरूरत थी. ऐसे में कौर ने आक्रामक रुख अख्तियार कर लिया. 40 ओवर तक कौर के हिस्से में 48 गेंदों पर 41 रन थे. आखिरी के ओवरों में उन्होंने बड़े शॉट्स मारे. लेकिन दूसरे छोर से समर्थन नहीं मिला. ऐसे में कौर बड़े शॉट्स खेलने के चक्कर में 44वें ओवर की आखिरी गेंद पर एमिलिया कैर की गेंद पर सोफी डिवाइन के हाथों लपकी गईं.