पंजाब का ‘सरदार’ कौन होगा, इसका फैसला आज हो जाएगा. कुछ घंटों की काउंटिंग के बाद तस्वीरें साफ होनी शुरू हो जाएगी. पंजाब के 2.14 करोड़ मतदाताओं ने कुल 1304 उम्मीदवारों की किस्मत ईवीएम में बंद कर दी.

पंजाब विधानसभा चुनाव 2022 में 117 सीटों के लिए 20 फरवरी को एक चरण में ही वोटिंग हुई थी. यहां पर मुख्य मुकाबला कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच बताई जा रही है. जबकि अकाली दल और गठबंधन तथा बीजेपी गठबंधन भी कुछ बड़ा करने का इरादा रखती है. पंजाब के 2.14 करोड़ मतदाताओं ने कुल 1304 उम्मीदवारों की किस्मत ईवीएम में बंद कर दी. सुरक्षा के भारी इंतजाम के बीच आज मतगणना शुरू हो गई है. पंजाब विधानसभा चुनाव कांग्रेस के लिए प्रतिष्ठा की लड़ाई के रूप में देखा जा रहा है. 2017 के विधानसभा चुनाव में पंजाब में 77.36 प्रतिशत मतदान हुआ था जबकि इस चुनाव में 65.32 प्रतिशत मतदान हुआ.
10 हजार वोट से पीछे चल रहे पूर्व CM कैप्टन अमरिंदर सिंह
पंजाब में 5 दौर की मतगणना के बाद पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह पटियाला शहरी सीट पर अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वा से करीब 10 हजार वोटों से पीछे चल रहे हैं. आम आदमी पार्टी के अजीत पाल लगातार बढ़त बनाए हुए हैं.
रुझानों में आप 88 सीटों पर आगे
अब तक के रुझानों में आम आदमी पार्टी पंजाब में बड़ी जीत की ओर से बढ़ रही है. 117 सीटों में से 88 सीटों पर उसकी बढ़त हो चुकी है. जबकि कांग्रेस 12 सीटों पर आगे है. बीजेपी गठबंधन 5 सीटों तो अकाली दल गठबंधन 11 सीटों पर आगे चल रही है
कैप्टन अमरिंदर सिंह 10 हजार वोटों से पिछड़े
पांचवें राउंड के बाद कैप्टन अमरिंदर सिंह 10 हजार वोटों से पीछे हो गए हैं. आम आदमी पार्टी के कैंडिडेट अजीत पाल उनसे आगे हैं. पटियाला शहरी सीट से कैप्टन अमरिंदर सिंह को पांचवा राउंड खत्म होने पर 10,000 से अधिक वोटों से आगे चल रहे आम आदमी पार्टी के कैंडिडेट अजीत पाल सिंह कोहली ने कहा कि लोगों ने जो आम आदमी पार्टी पर विश्वास जताया है उसे कभी भी टूटने नहीं देंगे कैप्टन अमरिंदर के लिए अजीत पाल ने कहा कि वह मुख्यमंत्री बन कर पटियाला को भूल गए थे जिसका नतीजा आज पटियाला के लोग दे रहे हैं
राघव चड्ढा बोले – कांग्रेस का रिप्लेसमेंट बनेगी आप
गिनती के बीच आम आदमी पार्टी के राघव चड्ढा ने कहा कि हम पहले दिन से कह रहे थे कि आम आदमी पार्टी की पूर्ण बहुमत की सरकार बनेगी, पंजाब के लोगों ने भगवंत मान और केजरीवाल की जोड़ी को गले से लगाया है, पंजाब की सियासत के बड़े बड़े लोगों के सिंहासन डोल गए, उनकी अपनी सीटों पर भी हालत खराब है. वह बोले कि लोगों की जेब से पैसे निकालकर ये नेता अपने महलों को सजा रहे हैं, आज इनके महलों में लगी एक एक ईंट आम आदमी के खून पसीने की ईंट है, इस पूरी व्यवस्था को बदलना है, आज भारत के इतिहास में बहुत बड़ा दिन है, आने वाले दिनों में आप कांग्रेस का रिप्लेसमेंट बनेगी.
वहीं गोपाल राय ने कहा कि अभी तक के रूझान सकारात्मक है और जो परिणाम आएंगे वे भी सकारात्मक होंगे, पंजाब के लोगों का शुक्रिया है कि उन्होंने बदलाव के लिए हमारे द्वारा लिए गए संकल्प को पूरा किया है
कांग्रेस-बीजेपी के लिए खतरे की घंटी बने आप के उम्मीदवार
देश के सबसे उम्रदराज उम्मीदवार और पंजाब के पांच बार के मुख्यमंत्री रहे प्रकाश सिंह बादल लंबी विधानसभा क्षेत्र से आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार से दूसरे राउंड के बाद 1400 वोटों से पीछे चल रहे हैं. फिल्म अभिनेता सोनू सूद की बहन मालविका सूद मोगा विधानसभा सीट से आम आदमी पार्टी की उम्मीदवार से पीछे चल रही हैं. शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल जलालाबाद विधानसभा सीट से पीछे हो गये है। पंजाब की राजनीति के सभी बड़े दिग्गजों, पंजाब के सीएम और कैबिनेट के तमाम मंत्रियों और अन्य सभी सियासी दलों के बड़े नेताओं को आम आदमी पार्टी के प्रत्याशियों से मिल रही है कड़ी टक्कर
नवजोत सिंह सिद्धू तीसरे नंबर पर खिसके
कांग्रेस के नवजोत सिंह सिद्धू तीसरे नंबर पर खिसक गए हैं. जबकि पूर्व CM प्रकाश सिंह बादल आगे चल रहे हैं.
बदलाव के लिए लोगों ने वोट कियाः भगवंत मान
आम आदमी पार्टी के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार भगवंत मान ने संगरूर में गुरुद्वारा गुर्सागर मस्तुअना साहिब में माथा टेका. उन्होंने कहा, “हमें उम्मीद है कि पंजाब के लोगों ने बदलाव के लिए वोट किया है.”
सिंगर सिद्धू मूसेवाला, सोनू सूद की बहन भी पिछड़े
सिंगर सिद्धू मूसेवाला मनसा सीट से पीछे चल रहे हैं. इस सीट से आम आदमी पार्टी के डॉक्टर विजय सिंगला आगे चल रहे हैं. वहीं मोगा सीट से सोनू सूद की बहन मालविका सूद अभी दूसरे नंबर पर चल रही हैं.
कैप्टन के बाद चन्नी बने मुख्यमंत्री, अगला नंबर किसका
साल 2017 में 117 में से 80 सीटें जीतने के बाद कांग्रेस ने कैप्टन अमरिंदर सिंह को मुख्यमंत्री बनाया था. हालांकि चार साल बाद नवजोत सिंह सिद्धू से हुए विवाद के बाद अमरिंदर सिंह को मुख्यमंत्री पद से त्यागपत्र देना पड़ा था. और चरणजीत सिंह चन्नी को मुख्यमंत्री बनाया गया.
कांग्रेस के लिए पंजाब बना प्रतिष्ठा का सवाल
2022 के पंजाब विधानसभा चुनाव कांग्रेस के लिए प्रतिष्ठा का सवाल बन गया है. जिसके लिए कांग्रेस ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी. कांग्रेस ने 2017 में पंजाब की 117 में से 80 सीटें जीती थीं. अब सबकी नजर है कि क्या कांग्रेस सत्ता बरकरार रख पाती है.
पंजाब के CM चन्नी ने देर रात गुरुद्वारे में की अरदास
नतीजों से ठीक पहले देर रात पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी चमकौर साहब के गुरुद्वारा श्री कतलगढ़ साहिब में नतमस्तक हुए और उन्होंने अपनी और अपनी पार्टी की जीत के लिए अरदास की. चन्नी ने कहा कि अब तो ईवीएम मशीनें ही बताएंगी कि पंजाब में कौन जीतेगा.
2017 की तुलना में कम मतदान
2017 के विधानसभा चुनाव में पंजाब में 77.36 प्रतिशत मतदान हुआ था. जबकि इस चुनाव में 65.32 प्रतिशत मतदान हुआ और 5 साल पहले हुए चुनाव की तुलना में काफी कम है.
1304 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला आज
पंजाब विधानसभा चुनाव 2022 में 117 सीटों के लिए 20 फरवरी को मतदान हुआ था. इसमें पंजाब के 2.14 करोड़ मतदाताओं ने कुल 1304 उम्मीदवारों की किस्मत ईवीएम में बंद कर दी. पंजाब में कांग्रेस, आम आदमी पार्टी, अकाली दल-बसपा और भाजपा-पंजाब लोक कांग्रेस में लड़ाई देखी गई. हालांकि पंजाब विधानसभा चुनाव कांग्रेस के लिए प्रतिष्ठा की लड़ाई के रूप में देखा जा रहा है.