10 फरवरी को सुप्रीम कोर्ट ने माल्या को अवमानना मामले में व्यक्तिगत रूप से या वकील के जरिए पेश होने के लिए दो हफ्ते का आखिरी मौका दिया था. तब मामला 24 फरवरी के लिए स्ठगित कर दिया गया था.

सुप्रीम कोर्ट ने भगोड़े शराब कारोबारी विजय माल्या के खिलाफ अवमानना मामले की सुनवाई फिलहाल स्थगित कर दी है. अब 10 मार्च को इस मामले में सुनवाई होगी. जस्टिस यूयू ललित, रविंद्र एस भट और पीएस नरसिम्हा ने एमिकस क्यूरी वरीष्ठ अधिवक्ता जयदीप गुप्ता के आग्रह पर सुनवाई स्थगित कर दी. शीर्ष अदालत ने एमिकस क्यूरी और वरिष्ठ अधिवक्ता जयदीप गुप्ता की इस दलील को स्वीकार कर किया कि सजा के मुद्दे पर माल्या को इस मामले में अपना पक्ष रखने का आखिरी मौका दिया जाना चाहिए. सुनवाई के दौरान सालिसिटर जनरल तुषार मेहता ने स्पष्ट किया था कि यह भारत सरकार का स्टैंड नहीं है कि लंदन में इस मामले में कुछ गोपनीय चल रहा है.
10 फरवरी को सुप्रीम कोर्ट ने माल्या को अवमानना मामले में व्यक्तिगत रूप से या वकील के जरिए पेश होने के लिए दो हफ्ते का आखिरी मौका दिया था. तब मामला 24 फरवरी के लिए स्ठगित कर दिया गया था. वहीं इससे पहले, 18 जनवरी को विजय माल्या के खिलाफ अवमानना मामले में सुनवाई होने वाली थी. लेकिन जस्टिस यू यू ललित और जस्टिस ह्रषिकेश रॉय की बेंच के उपलब्ध ना होने के सुनवाई टल गई थी. दरअसल, पिछले साल नवंबर में विदेश मंत्रालय ने सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता के जरिए सुप्रीम कोर्ट को एक नोट सौंपा था, जिसमें कहा गया था कि माल्या के प्रत्यर्पण की प्रक्रिया अपने अंतिम चरण में हैं.