दोनों पक्षों के कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि वह व्यक्ति ईवीएम से छेड़छाड़ कर रहा था और घटना की जांच की मांग की. वहीं मामले में रिटर्निंग ऑफिसर डीपी सिंह का कहना है कि हमारे तहसील के कर्मचारी कम्प्यूटर लगाने आए हैं.

उत्तर प्रदेश में चुनाव के नतीजे आने में अब बस एक दिन रह गया है लेकिन, इससे पहले ईवीएम को लेकर राज्य में कई जगह बवाल जारी है. अब मथुरा में भी ऐसा मामला सामने आया है. यहां समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी के कार्यकर्ताओं ने मंगलवार को एक व्यक्ति को बिना आईडी कार्ड के मथुरा की मंडी समिति में प्रवेश करने के बाद पकड़ा. जहां मतगणना के लिए मशीनों (ईवीएम) को सीसीटीवी की निगरानी में रखा गया है.
समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी के कार्यकर्ताओं ने मंगलवार को एक व्यक्ति को बिना आईडी कार्ड के मथुरा की मंडी समिति में प्रवेश करने के बाद पकड़ा. एक कर्मचारी अपना आई-कार्ड भूल गया जो हमने जारी किया है. स्थिति अब सामान्य है. वहीं समाजवादी पार्टी ने कल मतगणना से पहले मुख्य चुनाव आयुक्त को पत्र लिखकर सभी ज़िलों के सभी निर्वाचन क्षेत्रों में मतगणना प्रक्रिया की वेबकास्टिंग और सभी राजनीतिक दलों को इसके लिए लिंक उपलब्ध कराने की मांग की है ताकि इसे लाइव देखा जा सके.
“चुनाव आयोग में विश्वास रखते हैं लेकिन ताजा मामलों से सवालिया निशान खड़े होते हैं”
इस बीच समाजवादी पार्टी नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि हम चुनाव आयोग में विश्वास रखते हैं लेकिन जिस तरीके से वाराणसी, उन्नाव, सोनभद्र, बरेली में ईवीएम मशीन बाहर देखी गई और लोगों ने पकड़ा इससे कहीं न कहीं उनपर सवालिया निशान खड़े करता है. मौर्य ने आगे कहा कि मतगणना के पहले ना खाली मशीन बाहर आती है और ना ही वोटिंग की हुई मशीने बाहर आती हैं. किसी कारणवश ईवीएम मशीन को बाहर लाना है तो सभी राजनीतिक पार्टियों की मौजूदगी में लाना होता है.
शीर्ष नेतृत्व और सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के आह्वान पर गोरखपुर में देर रात सैकड़ों की संख्या में सपा के पदाधिकारी और कार्यकर्ता एकत्र हो गए. उनका आरोप है कि बीजेपी किसी भी तरह की गड़बड़ी कर सकती है. ऐसे में वे लोग टुकड़ियों में बंटकर, गोरखपुर यूनिवर्सिटी के बाहर निगरानी करेंगे. वो तब तक यहां जमे रहेंगे जब तक सभी 9 सीटों पर मतगणना पूरी नहीं हो जाती. गोरखपुर में दीनदयाल उपाध्याय विश्वविद्यालय के भीतर स्ट्रॉन्ग रूम बनाया गया है. ईवीएम को यहीं पर सुरक्षित रखा गया है. हालांकि ईवीएम की चाक-चौबंद सुरक्षा के इंतजाम है. इसके अलावा सभी पार्टियों के एजेंट भी स्ट्रॉन्ग रूम के बाहर निगरानी कर रहे हैं.