प्रेगनेंसी के दौरान कुछ महिलाओं को स्पॉटिंग होती है, तो वे इसे ब्लीडिंग मान लेती हैं और काफी परेशान हो जाती हैं. लेकिन स्पॉटिंग और ब्लीडिंग में फर्क होता है. यहां जानिए इसका फर्क और इसकी वजह.

गर्भावस्था के दौरान महिलाओं के पीरियड्स रुक जाते हैं. ऐसे में अगर किसी महिला को थोड़ा सा स्पॉट भी आ जाए, तो वो घबरा जाती है कि कहीं ये किसी अनहोनी का संकेत न हो. लेकिन विशेषज्ञों की मानें तो प्रेगनेंसी के दौरान हल्की फुल्की स्पॉटिंग सामान्य है, लेकिन अगर रक्तस्राव हो, तो ये खतरनाक हो सकता है. साथ ही किसी विकार का संकेत भी हो सकता है. अगर आप भी प्रेगनेंसी के दौर से गुजर रही हैं, तो आपको इसके बारे में जानकारी जरूर होनी चाहिए, ताकि ऐसी किसी स्थिति में आप समय रहते सही निर्णय ले सकें.
पहले जानिए स्पॉटिंग और ब्लीडिंग का फर्क
विशेषज्ञों की मानें तो जब हल्के गुलाबी या भूरे रंग का खून का धब्बा आता है, जिसमें आपको किसी पैड की जरूरत नहीं पड़ती है, तो इसे स्पॉटिंग कहा जाता है. लेकिन अगर आपको पैड लगाने की जरूरत महसूस हो रही है, तो ये ब्लीडिंग है. इस स्थिति में आपको बगैर कुछ सोचे समझे, फौरन डॉक्टर के पास जाना चाहिए.
जानिए क्यों होती है स्पॉटिंग
प्रेगनेंसी के दौरान स्पॉटिंग की कई वजह हो सकती हैं, लेकिन यहां हम आपको बताएंगे उन संभावित वजहों के बारे में जिन्हें अक्सर स्पॉटिंग के लिए जिम्मेदार माना जाता है –
1. करीब 20 से 30 पर्सेंट महिलाओं को पहली तिमाही के दौरान स्पॉटिंग होती है. इसलिए आमतौर पर ये चिंताजनक बात नहीं समझी जाती. लेकिन पहली तिमाही के बाद स्पॉटिंग हो तो इस बारे में भी विशेषज्ञ को जरूर बताना चाहिए.
2. गर्भावस्था के दौरान अगर आपका अपने पार्टनर के साथ रिलेशनशिप बना है, तो इसके कारण आपको स्पॉटिंग हो सकती है. दरअसल प्रेगनेंसी के दौरान गर्भाशय ग्रीवा पॉलीप्स का आकार बढ़ता है. ऐसे में फिजिकल कॉन्टेक्ट के बाद स्पॉटिंग होना सामान्य है.
3. निषेचित अंडा गर्भाशय की दीवार पर अपनी जड़ें जमाता है उस समय कुछ बूंदें स्पॉटिंग की दिखती हैं. कोरियोन और प्लेसेंटा में परिवर्तन के कारण भी स्पॉटिंग हो सकती है.
रक्तस्राव के कारण भी जानें
प्रेगनेंसी के दौरान रक्तस्राव को खतरे की घंटी माना जाता है. ये इन्फेक्शन या मिसकैरेज का संकेत हो सकता है. इसके अलावा डिलीवरी की तारीख नजदीक आने पर गर्भाशय ग्रीवा फैलने लगता है. ऐसे में चिपचिपा म्यूकस निकलने के साथ भारी मात्रा में रक्तस्राव हो सकता है.
ध्यान रखें
प्रेगनेंसी के दौरान आपको किसी भी तरह की परेशानी के बारे में विशेषज्ञ को जरूर बताना चाहिए. इसलिए आपको स्पॉटिंग हो या ब्लीडिंग, किसी भी स्थिति में खुद डॉक्टर न बनें. विशेषज्ञ को बताएं और उनके निर्देशों का पालन करें.