राकेश टिकैत ने भी स्प्म्वार को कहा था कि कि प्रदेश की कम से कम 70 सीटों पर हार हुए प्रत्याशी को जीत का प्रमाण पत्र दिया जा सकता है.उन्होंने किसानों से उन जगहों की पहरेदारी करने की अपील की है,जहां वोटिंग के बाद ईवीएम रखी गई हैं.

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के अंतिम चरण के मतदान से पहले किसान नेता राकेश टिकैत ने सोमवार को मतगणना में भारी पैमाने पर धांधली की आशंका जताई थी. अब भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष और बालियान खाप के चौधरी नरेश टिकैत ने भी मतगणना में धांधली की आशंका जाहिर करते ही चेतावनी जारी की है. नरेश टिकैत ने कहा- 10 मार्च को सभी को अपनी वोट की निगरानी करनी है. यह देखना है कि जिसको वोट दी थी, उसे मिली है या नहीं. किसी भी तरह की धांधलेबाजी से हालात बिगड़ते हैं, तो इसके लिए शासन-प्रशासन जिम्मेदार होगा. मतगणना पूरी निष्पक्षता से होनी चाहिए.
नरेश टिकैत ने सोमवार को जिले के खाप चौधरियों को एमएसके रोड स्थित फार्म हाउस मपर बुलाया था जिसके बाद सभी ने मिलकर प्रेस कांफ्रेंस की. इससे पहले राकेश टिकैत ने भी कहा था कि कि प्रदेश की कम से कम 70 सीटों पर हार हुए प्रत्याशी को जीत का प्रमाण पत्र दिया जा सकता है.उन्होंने किसानों से उन जगहों की पहरेदारी करने की अपील की है,जहां वोटिंग के बाद ईवीएम रखी गई हैं. भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने शनिवार को बुलंदशहर में पत्रकारों से बातचीत में यह बात कही.इस दौरान उन्होंने बीजेपी सरकार पर मतगणना में बेईमानी कराने की आशंका जताई. टिकैत ने आशंका जताई कि उत्तर प्रदेश में कम से कम 70 सीटें बेईमानी से जिताने की तैयारी की जा रही है.उन्होंने किसानों और अन्य मतदाताओं से अपील की कि वे मतगणना से एक रात पहले से काउंटिंग वाली जगह के आसपास जुटें.अपनी निगरानी में मतगणना कराएं.और अगर उन्हें बेईमानी होती दिखे तो शांतिपूर्वक दोबारा मतगणना कराएं.
नरेश टिकैत ने दी चेतावनी
नरेश टिकैत ने कहा कि कुछ माह पूर्व हुए पंचायत चुनाव में बीजेपी का सत्ता का दुरुपयोग पूरी दुनिया ने देखा था. विधानसभा चुनाव की मतगणना के दिन भी धांधलेबाजी हो सकती है. पंचायत चुनाव में जनता खामोश थी, लेकिन अब विधानसभा चुनाव में ऐसा बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. उन्होंने आह्वान किया कि मतगणना के दिन सभी लोग एकजुट रहें. कानून के दायरे में रहकर धांधलेबाजी का पुरजोर विरोध करें. उन्होंने कहा कि विजय जुलूस से भी परहेज करें.
धारा 144 को लेकर नरेश टिकैत ने कहा कि प्रशासन धारा 288 भी लागू कर दे तो उससे कोई फर्क नहीं पड़ता. किसान ट्रैक्टर पर अपनी वोट की निगरानी के लिए आएंगे. हमारा मकसद शांति व्यवस्था को खराब करना नहीं है लेकिन लोग एकजुट होंगे तो प्रशासन पर दबाव रहेगा कि वह निष्पक्ष मतगणना कराएगा. उन्होंने कहा कि बीजेपी किसान और मजदूर विरोधी रही है. जिसके चलते किसानों को एकजुट होना पड़ता है. इस सरकार की गलत नीतियों के चलते ही किसानों 13 माह तक आंदोलन करना पड़ा. जिसमें 750 किसान शहीद हो गए, इस सरकार को किसानों की शहादत से कोई फर्क नहीं पड़ा. हम भगवान से प्रार्थना करेंगे कि सरकार को थोड़ी सद्बुद्धि दे.
राकेश टिकैत भी आशंकित
राकेश टिकैत ने आशंका जताई कि काउंटिंग में बड़ी बेईमानी हो सकती है.उन्होंने बताया कि किसानों से कहा गया है कि वे 9 और 10 मार्च की छुट्टी रख कर काउंटिंग की पहरेदारी करें.टिकैत का कहना था कि अधिकारियों को हर जिले से कम से कम एक कैंडीडेट को बेईमानी से जिताने की जिम्मेदारी दी गई है.उन्होंने कहा कि इस तरह पूरे प्रदेश में कम से कम 70 प्रत्याशियों को बेईमानी से जिताया जाएगा.उन्होंने आशंका जताई कि हारे हुए प्रत्याशी को भी जीत का सर्टिफिकेट सौंपा जाएगा. उत्तर प्रदेश विधानसभा का चुनाव 7 चरणों में कराया जा रहा है. अभी तक 6 चरणों की वोटिंग हो चुकी है. सातवें और अंतिम चरण की वोटिंग सोमवार 7 मार्च को कराई जाएगी. सभी चरण में पड़े वोटिंग की गणना एक साथ 10 मार्च को कराई जाएगी.