हर वर्ष 8 मार्च को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जाता है। इस वर्ष इस मौके पर महिलाओं के सशक्तीकरण के लिए उत्कृष्ट सेवाएं देने वाली महिलाओं का सम्मान किया गया। राष्टरपति रामनाथ कोविंद ने 29 महिलाओं को नारी शक्ति पुरस्कार से नवाजा है। इनमें विभिन्न क्षेत्रों से जुड़ी महिलाएं शामिल हैं।

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने आज अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर 29 महिलाओं को नारी शक्ति पुरस्कार प्रदान किया. महिलाओं के सशक्तीकरण में उच्चतम योगदान देने वाली 29 महिलाओं को 2020 और 2021 के लिये नारी शक्ति पुरस्कार दिया गया. बता दें इनमें 2020 के लिए 14 पुरस्कार और 2021 के लिए 14 पुरस्कार शामिल हैं. नारी शक्ति पुरस्कार व्यक्तियों और संस्थानों द्वारा किए जाने वाले उल्लेखनीय योगदान के लिए मान्यतास्वरूप महिला और बाल विकास मंत्रालय की पहल के तहत प्रदान किए जाते हैं.
कोरोना महामारी से पैदा हुए हालातों के कारण 2020 का पुरस्कार समारोह 2021 में आयोजित नहीं हो पाया था. साल 2020 के लिये नारी शक्ति पुरस्कार विजेताओं में उद्यमशीलता, कृषि, नवोन्मेष, सामाजिक कार्य, कला, दस्तकारी, एसटीईएमएम (विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग, चिकित्सा और गणित) और वन्यजीव संरक्षण क्षेत्र में काम करने वाली महिलाएं शामिल हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2021 में महिलाओं से की थी मुलाकात
वहीं साल 2021 के लिए नारी शक्ति पुरस्कार विजेताओं में भाषा-विज्ञान, उद्यमशीलता, कृषि, सामाजिक कार्य, कला, दस्तकारी, मर्चेंट नेवी, एसटीईएमएम, शिक्षा, साहित्य, दिव्यांगजन अधिकार आदि क्षेत्रों में योगदान देने वाली महिलाएं शामिल हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस की पूर्व संध्या पर सोमवार को नारी शक्ति पुरस्कार से सम्मानित महिलाओं से मुलाकात की थी.
यह पुरस्कार प्राप्त करने वालों में मर्चेंट नेवी की कप्तान राधिका मेनन, सामाजिक उद्यमी अनीता गुप्ता, आर्गेनिक खेती करने वाली आदिवासी कार्यकर्ता ऊषाबेन दिनेशभाई वसावा, नवाचार के लिए विख्यात नासिरा अख्तर, इंटेल इंडिया की प्रमुख निवृति राय, डाउन सिंड्रोम से पीड़ित कथक नृत्यांगना सायली नन्दकिशोर अगवाने, सांपों को बचाने वाली पहली महिला वनिता जगदेव बोराडे और गणितज्ञ नीना गुप्ता शामिल हैं. मुलाकात के दौरान प्रधानमंत्री ने कहा था कि यह सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है कि सभी महिलाएं पारिवारिक स्तर पर निर्णय लेने की प्रक्रिया का हिस्सा बनें, जो उनके आर्थिक सशक्तिकरण के परिणामस्वरूप संभव होगा.
क्यों मनाया जाता है इंटरनेशनल विमेंस डे
महिलाओं को मान-सम्मान देने के लिए हर साल 8 मार्च को इंटरनेशनल विमेंस डे के रूप में मनाया जाता है. इस दिन महिलाओं की उपलब्धियों और के लिए इसका जश्न मनाया जाता है. इस खास दिन को मनाने का मकसद उन महिलाओं की उपलब्धियों, उनके जज्बे, उनकी ऐतिहासिक यात्राओं और उनके जीवन को याद करना हैं.हर साल महिला दिवस किसी ना किसी थीम पर आधारित होता है. संयुक्त राष्ट्र के मुताबिक इस बार अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस 2022 की थीम ‘जेंडर इक्वालिटी टुडे फॉर ए सस्टेनेबल टुमारो’ यानी मजबूत भविष्य के लिए लैंगिक समानता जरूरी है.