यूक्रेन की राजधानी कीव में गोली लगने से घायल हुए भारतीय छात्र हरजोत सिंह की स्वदेश वापसी हो रही है.

यूक्रेन और रूस के बीच जारी युद्ध के बीच कीव में फंसे भारतीयों की स्वदेश वापसी का सिलसिला जारी है. सभी भारतीय छात्रों और नागरिकों को भारत सरकार के निकासी कार्यक्रम ‘ऑपरेशन गंगा’ के तहत देश वापस लाया जा रहा है. दोनों देशों के मध्य छिड़े घमासान में एक भारतीय छात्र हरजोत सिंह भी घायल हो गए थे, जिन्हें आज दिल्ली वापस लाया जा रहा है. हरजोत यूक्रेन की सीमा पार कर पड़ोसी देश पोलैंड में आ चुके हैं.
हरजोत भी उन्हीं छात्रों में शामिल हैं, जो संघर्षग्रस्त देश में फंसे हुए हैं. सिंह की फ्लाइट आज शाम को हिंडन एयरबेस पर लैंड कर सकती है. इंडियन वर्ल्ड फोरम के चीफ पुनीत सिंह चंडोक ने कहा कि हरजोत सिंह ने सीमा पार कर पोलैंड में एंट्री कर ली है. उनके साथ भारतीय राजनयिक भी मौजूद हैं. उन्हें सीमा पर पोलिश रेडक्रॉस द्वारा प्रदान की गई एम्बुलेंस में ट्रांसफर किया गया है. एक वीडियो में हरजोत सिंह ने अपनी जर्नी के बारे में बात करते हुए कहा कि यहां तक सफर मुश्किलों से भरा था. मैं अपने देश वापस जाने को बेताब था. जब मैं भारत पहुंच जाऊंगा तो सभी से मिलूंगा.
‘मुझे भारत लौटने के लिए प्रेरित किया गया’
एंबुलेंस में बैठे हरजोत काफी दुखी दिखाई दिए. उन्होंने कहा, ‘अब हम पोलैंड की सीमा पर जा रहे हैं. सब कुछ ठीक है. अब तक की यात्रा बहुत ही ज्यादा कठिन थी. हालांकि मुझे भारत लौटने के लिए प्रेरित किया गया.’ इससे पहले नागर विमानन राज्य मंत्री वीके सिंह ने बताया था कि यूक्रेन-रूस युद्ध के दौरान कीव में कुछ दिन पहले हरजोत सिंह नाम के जिस छात्र को गोली लगी थी, वह सोमवार को दिल्ली लौट रहा है. गौरतलब है कि एक मार्च को कर्नाटक के एक छात्र नवीन की यूक्रेन के शहर खारकीव में गोलाबारी में मौत हो गई थी.