आखिरी चरण के चुनाव प्रचार के लिए सोनभद्र पहुंचीं प्रियंका गांधी ने बीजेपी पर जमकर हमला बोला. उन्होंने महंगाई, रोजगार और किसानों के मुद्दे पर सरकार को घेरते हुए जनता को सावधान किया.

सोनभद्र पहुंची प्रियंका गांधी ने सातवें चरण के होने वाले मतदान के लिए कांग्रेस के चारों प्रत्याशियों के पक्ष में ओबरा विधानसभा के राम मंदिर प्रांगण में जनसभा को संबोधित किया. जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने भाजपा को निशाना बनाते हुए बोला कि एक तरफ केंद्र में सरकार अपनी व्यवसाई मित्रों के लिए कृषि बिल बनाते हैं, जिससे किसान दिन पर दिन गरीब होता जाए और इनके व्यवसाई मित्र दिन प्रतिदिन अमीर होते जाएं.
आवारा पशुओं को लेकर प्रियंका गांधी ने बताया समाधान
प्रियंका गांधी ने प्रदेश सरकार को भी आड़े हाथों लेते हुए बताया कि किसानों की फसल छुट्टा पशु चर जा रहे हैं. केंद्र की और प्रदेश की भाजपा सरकार को घेरने के साथ ही उन्होंने छत्तीसगढ़ मॉडल को उत्तर प्रदेश में लागू करने की बात कही. उन्होंने बताया कि छत्तीसगढ़ में भी छुट्टा पशुओं से किसानों को परेशानी हो रही थी, लेकिन वहां पर ₹2 किलो गोबर खरीद कर गोबर गैस और कंपोस्ट खाद बनाने का काम किया और उसे खरीदने का काम किया जिसकी वजह से छुट्टा पशुओं को लोग वहां पालने लगे और उनकी समस्या का समाधान हुआ. सरकार समस्याओं को लेकर उसकी नीयत होनी चाहिए लेकिन भाजपा धर्म और जाति के नाम पर लड़ाकर वोट लेने का काम कर रही है, इसलिए उन्हें आपकी समस्याओं से कोई लेना देना नहीं है.
चुनावी सभा को संबोधित करते हुए प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा कि महंगाई बेतहाशा बढ़ी है, जिसके वजह से मध्यम वर्ग व गरीब वर्ग के लोगों की कमर टूट गई है, लेकिन इन समस्याओं पर भाजपा की प्रदेश व केंद्र सरकार काम करने के बजाय धर्म और जाति का नारा देकर लड़ाने का काम कर रही है और आपकी बड़ी समस्याएं अपने जगह बनी रहती हैं. वहीं उन्होंने रोजमर्रा की चीजों को गिनाते हुए बताया की सिलेंडर, डीजल-पेट्रोल, सरसों का तेल, गरीबों को मकान बनाने के लिए बालू स्टील सरिया सभी चीजों का दाम बढ़ गया है, जिसकी वजह से जीना दूभर हो गया है.
बताया क्यों बर्बाद हुए छोटे किसान और व्यापारी
उन्होंने बताया कि जीएसटी, नोटबंदी, कोरोना की बीमारी, इन सबसे छोटे व्यापारी पूरी तरह से तबाह और बर्बाद हो गए हैं और सरकार ने कोई राहत नहीं दी. किसानों को उपज का दाम नहीं मिल पा रहा और खाद नहीं मिल पा रही है, जो कांग्रेस काल में बना अधिकार दिया गया था उस पर भी बुलडोजर चलाकर उन अधिकारों को छीन लिया गया. वर्ष 2019 में सोनभद्र के घोरावल विधानसभा में हुए आदिवासियों के नरसंहार पर भी बोलते हुए उन्होंने बताया कि जब मैं इन लोगों से मिलने के लिए सोनभद्र आने का प्रयास किया तो उन्हें चुनाव में ही अरेस्ट कर लिया गया और मिलने से रोक दिया गया. उन्होंने बताया कि पुलिस प्रशासन और भूमाफिया सभी मिलकर काम कर रहे थे और उनको यहां आने पर रोक दिया गया और पीड़ित लोगों से मिलने नहीं दिया गया.
भाजपा सरकार पर आरोप लगाते हुए प्रियंका ने कहा कि धर्म-जाति की बात कहकर आपस में लड़ाने के बजाय, यह देखना जरूरी है कि शिक्षा के लिए क्या व्यवस्था करेंगे. बिजली के तार गांव में कब लगाएंगे और किसानों के लिए क्या व्यवस्था करेंगे और हम चाह रहे हैं कि ऐसी ही राजनीति हो और यह बातें निकल कर सामने आएं. यह आपकी समस्याएं हैं और नेताओं का काम होता है कि वह किस तरह से आपकी समस्याओं का समाधान करें.
किसानों की आय को लेकर सरकार को घेरा
वहीं प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा कि सरकार के नेता आपसे कहते हैं कि आप को मुफ्त राशन दे रहे हैं, आप खाता खोलिए उसमें थोड़े-थोड़े करके पैसे दे रहे हैं. इसका मतलब क्या है. इसका मतलब है कि यह आप को रोजगार देंगे नहीं. उन्होंने बताया कि रोजगार 3 जगहों से आते हैं जिसमें बड़ी-बड़ी संस्थाएं होती हैं लेकिन इन्होंने बड़ी सरकारी संस्थाओं को अपने दोस्त उद्योगपतियों को भेज दिए हैं, इसलिए आपको रोजगार नहीं मिलेगा, क्योंकि प्राइवेट होने के बाद रोजगार नहीं देंगे.
वहीं उन्होंने बताया कि दूसरे अवसर पर किसानों से और छोटे छोटे व्यवसायों से रोजगार उत्पन्न होते हैं, लेकिन इनको आपने कमजोर कर दिया है. जितने छोटे रोजगार हैं, वह बंद हो गए हैं और दूसरी जगह है जो सरकारी नौकरियां हैं, जिसमें 12 लाख नौकरियां रिक्त पड़ी हुई हैं, जो पिछले 5 सालों से ठप हैं. अब चुनाव आने के बाद कहते हैं कि रोजगार देंगे, इसलिए कहते हैं कि इन की नीति और नीयत ठीक नहीं है, इनके बड़े उद्योगपति मित्र जो हैं वह बड़े बनते जा रहे हैं.
उन्होंने कहा कि इनके बड़े मित्र उद्योगपति हजार करोड़ प्रतिदिन कमा रहे हैं, वहीं किसान ₹27 प्रतिदिन कमा रहा है. प्रधानमंत्री उस उद्योगपति के कर्ज माफ कर रहे हैं लेकिन किसानों के कर्ज माफ नहीं कर रहे हैं. उद्योगपतियों के लिए सारी सुविधाएं दी जा रही हैं लेकिन किसानों के लिए कोई सुविधा नहीं दी जा रही. उन उद्योगपतियों को फायदा पहुंचाने के लिए कृषि कानून लाए जा रहे हैं.
रोजगार को लेकर युवाओं के लिए कही ये बात
प्रियंका गांधी ने कहा कि यह सोचते हैं कि देश की जनता गरीब बनी रहे, क्योंकि चुनाव के समय जब हमें धर्म-जाति की बात करने पर वोट मिल जा रहे हैं तो इन समस्याओं के समाधान करने की क्या जरूरत है. यह आदत डाल दी गई है और दशकों से यह सिलसिला चल रहा है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जी मंच से कहते हैं कि हमें तो मालूम ही नहीं है कि छुट्टा जानवरों की समस्या है, विपक्ष का नेता जान गया और आप प्रधानमंत्री होने के बाद भी इन समस्याओं को नहीं जान सके. इसलिए इसको बदलना बहुत जरूरी है. प्रियंका ने कहा कि ऐसी स्कीमें आ रही हैं, जैसे महिलाओं को गैस सिलेंडर पकड़ा दिया, अब गरीब गैस सिलेंडर खरीद नहीं पाएगा.
उन्होंने कहा कि कांग्रेस चाहती है कि आपको रोजगार मिले ताकि आप मजबूत बने, आप दूसरों को रोजगार देने के काबिल बन सके. उन्होंने कहा कि युवक पढ़ता है, तैयारी करता है और इसके बाद भी उसे रोजगार नहीं मिल पाता, इसके लिए हम खाका तैयार कर रहे हैं, जिसमें जल्दी कोई नियुक्ति निकले तो 6 महीने से ज्यादा का समय ना लगे और अगर कोई अधिकारी उसे फेरबदल करने की कोशिश करें तो उसके खिलाफ कार्रवाई के लिए भी कानून लाएंगे. उन्होंने कहा कि भर्ती के एग्जाम भी निशुल्क होंगे, जबकि परीक्षा देने के लिए कहीं जाने की जरूरत हो तो पास दिखाकर छात्र निशुल्क आ-जा सकें. महिलाओं को बस की यात्रा बिल्कुल मुफ्त होगी, लड़कियों को मोबाइल फोन और स्कूटी देंगे ताकि वह सशक्त हो सके.