
रूस और यक्रेन के बीच युद्ध के कारण दुनियाभर के मार्केट में गिरावट देखने को मिल रही है. भारतीय शेयर बाजार भी इससे अछूता नहीं है. विदेशी निवेशक शेयर बाजार से अपना पैसा निकाल रहे हैं. हालांकि रियल एस्टेट सेक्टर में तेजी देखने को मिल रही है. पिछले कुछ सालों में इस सेक्टर का आउटलुक मजबूत हुआ है. यही कारण है कि विदेशी निवेशक रियल एस्टेट सेक्टर में निवेश कर रहे हैं. माना जा रहा है कि 2022 में भी रियल एस्टेट मार्केट में ऐसे ही मांग बनी रहेगी.
रिपोर्ट में कहा कि वैश्विक निवेशकों ने 2016 में नियामक सुधारों से उत्साहित देश के जमीन-जायदाद क्षेत्र में निवेश को लेकर रूचि दिखायी है. कंपनी ने कहा, ‘‘विदेशी निवेशकों ने 2017 से देश में अधिक उम्मीद के साथ निवेश करना शुरू किया है. इससे पहले विदेशी निवेशक भारत के रियल एस्टेट उद्योग में पारदर्शिता की कमी के कारण निवेश करने से बचते थे.’’
विदेशी निवेश 24 बिलियन डॉलर पर पहुंचा
आंकड़ों के अनुसार देश के रियल एस्टेट क्षेत्र में 2017 से 2021 की अवधि के दौरान विदेशी निवेश बढ़कर 23.9 बिलियन डॉलर हो गया, जो 2012 से 2016 की अवधि के बीच 7.5 बिलियन डॉलर था. वही भारतीय अचल संपत्ति क्षेत्र में 2012 से 2021 के दौरान कुल निवेश बढ़कर 49.4 बिलियन डॉलर हो गया. इसमें विदेशी निवेशकों की हिस्सेदारी 64 फीसदी है.
विदेशी निवेशकों की हिस्सेदारी 82 फीसदी पहुंची
इसके अलावा भारतीय रियल एस्टेट में विदेशी निवेशकों की हिस्सेदारी 2017-2021 के दौरान बढ़कर 82 फीसदी हो गई, जबकि इससे पिछले पांच साल की अवधि में यह 37 फीसदी थी. परामर्श कंपनी के अनुसार विदेशी निवेश में अमेरिका और कनाडा से निवेश का हिस्सा 2017 के बाद से प्रत्येक वर्ष 60 फीसदी से अधिक रहा है.
रेसिडेंशियल प्रॉपर्टी में निवेश से बचते हैं विदेशी निवेशक
रिपोर्ट के मुताबिक, विदेशी निवेशक रेसिडेंशियल रियल एस्टेट में निवेश करने से बचते हैं. उनका फोकस कमर्शियल रियल एस्टेट पर रहता है. कुल विदेशी निवेश में आवासीय संपत्ति का हिस्सा 2017-2021 में घटकर 11 फीसदी हो गया, जो पिछले पांच साल की अवधि में 37 फीसदी था.
ऑफिस स्पेस में सालाना 2 बिलियन डॉलर का निवेश
ऑफिस सेक्टर में विदेशी निवेश 2017 के बाद से प्रत्येक वर्ष लगातार 2 बिलियन डॉलर तक पहुंचा है. हालांकि, 2021 में निवेश आधा रह गया था. विदेशी निवेश में अमेरिका और कनाडा से निवेश का हिस्सा 2017 के बाद से प्रत्येक वर्ष 60 फीसदी से अधिक रहा है.
पिछले पांच सालों की तुलना में विदेशी निवेश में 3 फीसदी उछाल
जानकारी के अनुसार, रियल एस्टेट सेक्टर में पिछले पांच सालों की तुलना में तीन गुना उछाल आया है. 2017 से 2021 के दारौन विदेशी निवेश में तीन गुना से अधिक उछलकर 23.9 बिलियन डॉलर पर पहुंच गया. रियल एस्टेट परामर्श कंपनी कोलियर्स और उद्योग मंडल भारतीय वाणिज्य एवं उद्योग महासंघ ने अपनी रिपोर्ट में यह जानकारी दी है.