विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि लगभग 300 भारतीय खारकीव में और 700 सुमी में हैं । करीब 900 नागरिक पेसोचिन में थे, जिनमें से अनेक को पांच बसों से बाहर निकाला गया है।

भारत ने युद्धग्रस्त यूक्रेन के संघर्ष वाले क्षेत्रों से अपने नागरिकों को बाहर निकालने के लिए रूस और यूक्रेन से स्थानीय युद्ध विराम की मांग की है, ताकि वह अपने शेष नागरिकों को सुरक्षित निकाल सके। भारत ने यह भी कहा कि उसे दोनों देशों की ओर से नागरिकों को संघर्ष वाले क्षेत्रों से निकलने देने के लिए सुरक्षित गलियारा बनाने के निर्णय पर अमल का इंतजार है। विदेश मंत्रालय ने कहा कि हमारा मुख्य जोर पूर्वी यूक्रेन में संघर्ष वाले क्षेत्रों से भारतीय छात्रों को बाहर निकालने पर है और हम रूस-यूक्रेन से स्थानीय संघर्ष विराम सहित अन्य रास्ते तलाशने का आग्रह करते हैं, ताकि अपने शेष नागरिकों को युद्धग्रस्त यूक्रेन के संघर्ष वाले इलाकों से निकाल सकें।
बीते हफ्ते यूक्रेन पर हुआ था हमला
रूस की सेना ने 24 फरवरी को यूक्रेन पर हमला कर दिया था. इससे पहले महीनों तक उसने इस देश को चारों तरफ से घेरने का काम किया था. जिसपर यूक्रेन ने बार-बार चिंता जताई थी. रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने बीते गुरुवार को आदेश दिया था कि यूक्रेन में सैन्य अभियान शुरू किया जाएगा. उन्होंने अपने इस आदेश से पहले यूक्रेन के पूर्वी हिस्सों में स्थिति दोनेत्सक और लुहांस्क को स्वतंत्र क्षेत्र घोषित कर दिया था.
बागची ने कहा कि भारत ने यूक्रेन से निकासी अभियान के तहत बांग्लादेश के एक नागरिक को निकाला है. उन्होंने कहा कि रूस और यूक्रेन ने बृहस्पतिवार को संघर्ष वाले क्षेत्र से नागरिकों को सुरक्षित निकासी में मदद के लिये मानवीय गलियारा बनाने की बात कही थी लेकिन अभी तक हमने कोई प्रगति नहीं देखी है. कुछ इलाकों से भारतीयों को निकालने में कठिनाई पेश आने से संबंधित एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि वे दोनों पक्षों से रास्ता तलाशने का अनुरोध कर रहे हैं ताकि हम संघर्ष वाले क्षेत्रों से अपने नागरिकों को बाहर निकाल सकें. स्थानीय संघर्ष विराम से इसमें मदद मिलेगी
उन्होंने कहा कि इन इलाकों में गोलाबारी चल रही है, हम नहीं चाहते है कि हमारे छात्र ऐसी जगह से गुजरें जिससे उन्हें कुछ नुकसान होने की आशंका हो. बागची ने कहा कि ऐसे में हमारी दोनों पक्षों से गुजारिश होगी कि संघर्ष विराम, स्थानीय स्तर का संघर्ष विराम हो ताकि हम अपने लोगों को निकाल सकें. भारतीयों को बंधक बनाए जाने के सवाल पर बागची ने कहा कि उन्होंने किसी भारतीय को वहां (यूक्रेन में) बंधक बनाये जाने के बारे में नहीं सुना है. उन्होंने कहा कि सुरक्षा स्थिति के कारण कुछ इलाकों से भारतीय नागरिकों को निकलने में कठिनाई पेश आ रही है, खास तौर पर खारकीव और सुमी क्षेत्र से. हालांकि, किसी को बंधक बनाए जाने के बारे में नहीं सुना गया है. गौरतलब है कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने एक दिन पहले अपने सुरक्षा परिषद के सदस्यों के साथ वीडियो कॉल में आरोप लगाया था कि यूक्रेन के राष्ट्रवादी समूह नागरिकों को निकलने से रोक रहे हैं. पुतिन ने दावा किया था कि ये समूह नागरिकों को ढाल की तरह इस्तेमाल कर रहे हैं, रूसी सेना को उकसाने के लिए गोलीबारी कर रहे हैं.
बागची ने बताया कि ऑपरेशन गंगा’ के तहत अब तक 48 उड़ानों से 10,300 से अधिक भारतीयों को वापस लाया गया है. पिछले 24 घंटे में 18 उड़ानें भारत में उतरी हैं और इसके जरिये करीब 4000 भारतीय वापस लाये गए हैं. बागची ने कहा कि यूक्रेन में फंसे भारतीयों को वापस लाने के लिए अगले 24 घंटों में 16 उड़ानों के संचालन का कार्यक्रम है.