पाकिस्तान रूस को 20 लाख टन गेहूं की सप्लाई करेगा. ये सप्लाई ऐसे वक्त में हो रही है, जब पाकिस्तान में खुद खाने के लाले पड़े हुए हैं.

रूस ने यूक्रेन के खिलाफ जंग छेड़ी हुई है और ऐसे में सारी दुनिया ने मॉस्को के खिलाफ मोर्चा खोला हुआ है. लेकिन पाकिस्तान रूस का साथ देते हुए नजर आ रहा है. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने हाल ही में अपने रूस दौरे पर एक नया व्यापार सौदा किया. इस तरह पर राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का समर्थन करने वाला पहला प्रमुख देश बन गया. इमरान ने कहा है कि पाकिस्तान रूस को 20 लाख टन गेहूं की सप्लाई करेगा. यहां गौर करने वाली बात ये है कि पाकिस्तान में खुद खाने के लाले पड़े हुए हैं.
यूक्रेन पर हमला करने के बाद रूस को अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंधों का सामना करना पड़ रहा है. इसकी वजह से रूस की अर्थव्यवस्था चरमरा रही है. लेकिन इमरान ने कहा कि रूस की मदद करना पाकिस्तान के आर्थिक हित के लिए जरूरी है. इमरान ने कहा, ‘हम वहां इसलिए गए क्योंकि हमें रूस से 20 लाख टन गेहूं आयात करना है. दूसरा, हमने प्राकृतिक गैस आयात करने के लिए उनके साथ समझौतों पर हस्ताक्षर किए हैं, क्योंकि पाकिस्तान के अपने गैस भंडार कम हो रहे हैं.’ इमरान ने कहा, ‘इंशाअल्लाह समय बताएगा कि हमने बहुत अच्छी डील की है.’ पाकिस्तान कुल मिलाकर आपदा में अवसर की तलाश में जुटा हुआ है.
रूस को बचाने आगे आए चीन और पाकिस्तान
रूस इस समय अंतरराष्ट्रीय अलगाव का सामना कर रहा है। इससे रूस की अर्थव्यवस्था को तगड़ा झटका लगने की आशंका है। यही कारण है कि चीन और पाकिस्तान रूस को बचाने के लिए हर संभव कोशिश कर रहे हैं। फरवरी में ही चीन ने रूस के साथ अरबों डॉलर के गैस की डील की है। यह डील खुद राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और शी जिनपिंग ने साइन की थी। ऐसा माना जा रहा है कि पाकिस्तान ने भी गेहूं और गैस की डील चीन के कहने पर ही साइन की है।
इमरान बोले- रूस से गेहूं और गैस खरीदेंगे
इमरान खान ने दो दिवसीय रूस यात्रा के बारे में कहा कि हम वहां गए क्योंकि हमें रूस से 2 मिलियन टन गेहूं आयात करना है। दूसरे, हमने प्राकृतिक गैस के आयात के लिए उनके साथ समझौतों पर हस्ताक्षर किए हैं क्योंकि पाकिस्तान के अपने गैस भंडार कम हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि इंशाअल्लाह, समय बताएगा कि हमने बहुत चर्चा की है।