अजमल ने कहा, ‘अफगानिस्तान में मेरी लाइफ काफी अच्छी थी. मेरा एक अपना घर था. मेरे पास अपनी पर्सनल कार थी. मेरी अच्छी सैलरा थी. हालांकि स्थिति बिगड़ने के बाद मैंने अपनी कार, अपना घर, अपना सब कुछ बेच दिया. मैंने सब कुछ खो दिया.’

यूक्रेन पर रूस के आक्रमण के बाद कीव में स्थिति खराब हो गई है. स्थानीय लोग अपना ही मुल्क छोड़ दूसरे देशों का सहारा लेने पर मजबूर हो गए हैं. यूक्रेन के नागरिकों के साथ-साथ उन लोगों की जान भी खतरे में आ गई है, जो यूक्रेन में शरणार्थी बनकर आए थे. पिछले साल अफगानिस्तान पर तालीबान के कब्जे के बाद स्थिति बिगड़ने पर देश से कई लोगों ने पलायन किया था. इनमें से एक अजमल रहमानी भी अफगानिस्तान छोड़ अपने परिवार के साथ यूक्रेन आ गए थे. जब अजमल ने यूक्रेन का रुख किया था, तब उन्होंने सोचा था कि यहां उनकी सुरक्षा पर कोई आंच नहीं आएगी. हालांकि ऐसा हो नहीं हो सका.
एक साल पहले अफगानिस्तान छोड़ने के बाद अजमल रहमानी को एक बार फिर से अपने परिवार के साथ यूक्रेन छोड़कर जाना पड़ रहा है. यूक्रेन में दिन-ब-दिन हालात बिगड़ रहे हैं. यहां तक कि रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने परमाणु बलों को भी तैयार रहने का आदेश दे दिया है. यूक्रेन में आगे की स्थिति का अंदाजा नहीं लगाया जा सकता है. इसलिए अधितकर लोग यूक्रेन छोड़कर जा चुके हैं. रहमानी ने अब पोलैंड की राह पकड़ ली है. उन्होंने एएफपी को बताया, ‘मैं एक युद्ध से भागता हूं, दूसरे देश में आता हूं और दूसरा युद्ध शुरू हो जाता है. बहुत दुर्भाग्य है.’