चंडीगढ़, 28 फरवरी (आईएएनएस)। पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से व्यक्तिगत हस्तक्षेप की मांग की, ताकि युद्धग्रस्त यूक्रेन में विभिन्न स्थानों पर फंसे पंजाब के करीब 500 छात्रों की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित की जा सके।

पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री और पंजाब लोक कांग्रेस के प्रमुख अमरिंदर सिंह ने सोमवार को युद्धग्रस्त यूक्रेन में फंसे पंजाब के लगभग 500 छात्रों की वापसी के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से व्यक्तिगत हस्तक्षेप की मांग की. उन्होंने पंजाब सरकार को एक नोडल अधिकारी नियुक्त करने के लिए भी कहा जो छात्रों की शीघ्र वापसी के लिए केंद्र सरकार और विदेश मंत्रालय के साथ समन्वय कर सके. उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार ने एक समर्पित फोन नंबर जरूर स्थापित किया है, लेकिन अभी तक इस उद्देश्य के लिए किसी भी नोडल अधिकारी की नियुक्ति नहीं की गई है.
यूकेन में फंसे भारतीय छात्रों के माता-पिता की चिंता को प्रधानमंत्री के साथ शेयर करते हुए कैप्टन अमरिंदर ने कहा, वे बेचैनी महसूस कर रहे थे, क्योंकि यूक्रेन से रिपोर्ट्स आ रही थीं कि खराब मौसम की वजह से बंकरों और मेट्रो-स्टेशनों में शरण लिए हुए सैकड़ों छात्र हताश हैं. उन्होंने लोगों को वापस लाने में सरकार के प्रयासों की सराहना की और उम्मीद जताई कि प्रयासों को और तेज किया जाएगा. उन्होंने कहा, ‘मैं यूक्रेन में जारी कठिन स्थिति को समझता हूं, लेकिन मुझे विश्वास है कि हमारी सरकार हर एक छात्र और नागरिक को सुरक्षित वापस भारत लाएगी. एक अनुमान के मुताबिक, यूक्रेन में पंजाब के अभी 992 छात्र फंसे हुए हैं.
‘ऑपरेशन गंगा’ अभियान के तहत अब तक 2000 से ज्यादा लोग भारत लौटे‘
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि यूक्रेन से अपने नागरिकों को वापस लाने के लिए सरकार सभी पक्षों के सम्पर्क में हैं और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पांच देशों से अभियान के समन्वय एवं देखरेख के लिए चार वरिष्ठ मंत्रियों को दायित्व सौंपा हैं. उन्होंने कहा कि ‘ऑपरेशन गंगा’ अभियान के तहत अब तक 2000 से ज्यादा भारतीयों को लाया गया है और इनमें से किसी से एक रूपया शुल्क नहीं लिया गया है.
कीव में फंसे सभी भारतीय छात्रों को रेलवे स्टेशन पहुंचने की सलाह
यूक्रेन में फंसे भारत के लोगों को वापस लाने के लिए ‘ऑपरेशन गंगा’ अभियान के तहत नौंवी उड़ान बुखारेस्ट से नई दिल्ली के लिए रवाना हो चुकी है. यूक्रेन में भारतीय दूतावास ने सोमवार को कीव में फंसे सभी भारतीय छात्रों को यूक्रेन की राजधानी में रेलवे स्टेशन पहुंचने की सलाह दी, ताकि युद्धग्रस्त देश के पश्चिमी हिस्सों तक आगे की यात्रा कर सके.