पीएम मोदी आज बजट के बाद वेबिनार ‘डिफेंस-कॉल टू एक्शन’ को संबोधित करेंगे.

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी वित्त वर्ष 2022-23 के आम बजट में रक्षा क्षेत्र के लिए किये गये आवंटन और योजनाओं के संबंध में शुक्रवार को एक वेबिनार को संबोधित करेंगे। रक्षा मंत्रालय बजट में की गई घोषणाओं पर ‘रक्षा में आत्मनिर्भरता- कॉल टू एक्शन’ शीर्षक से एक वेबिनार का आयोजन कर रहा है। वेबिनार का उद्देश्य रक्षा क्षेत्र में सरकार की विभिन्न पहलों को आगे बढ़ाने में सभी हितधारकों को शामिल करना है। बजट में रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की दिशा में मजबूती से आगे बढने पर जोर दिया गया है।
वेबिनार में प्रधानमंत्री उद्घाटन भाषण देंगे और इसमें रक्षा मंत्रालय, रक्षा उद्योग, स्टार्टअप्स, अकादमिक जगत और रक्षा गलियारों से जुड़े प्रख्यात वक्ताओं तथा विशेषज्ञों के साथ पैनल चर्चा होगी। इसके अलावा हितधारकों के साथ संवाद सत्र भी होंगे। समापन सत्र की अध्यक्षता रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह करेंगे।वेबिनार में घरेलू उद्योग के लिए पूंजीगत खरीद बजट में प्रगतिशील वृद्धि- (अवसर और चुनौतियां), देश में सर्वांगीण रक्षा अनुसंधान एवं विकास इकोसिस्टम विकसित करना, डीआरडीओ और अन्य संगठनों के साथ उद्योगों द्वारा विशेष उद्देश्य उपक्रम और व्यापक टेस्टिंग तथा प्रमाणीकरण आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए- एक स्वतंत्र नोडल संस्था की स्थापना जैसे विषयों पर सत्र आयोजित किए जाएगे।
कृषि क्षेत्र को आधुनिक और स्मार्ट बनाने का ऐलान
वहीं गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि केंद्रीय बजट 2022-23 का फोकस कृषि क्षेत्र को आधुनिक और स्मार्ट बनाने का होगा. इस दौरान प्रधानमंत्री ने कृषि क्षेत्र को मजबूत करने में बजट के योगदान को लेकर भी चर्चा की.पीएम मोदी ने कहा कि पिछले सात सालों में सरकार ने बीज से लेकर बाजार तक कृषि मूल्य श्रृंखला के लिए कई पहल की है. इसके साथ ही पुरानी प्रणालियों में सुधार किया गया है. स्मार्ट कृषि पर बजट के बाद वेबिनार को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि कृषि बजट पिछले छह सालों में कई गुना बढ़ा है. किसानों के लिए ऋण भी सात वर्ष में 2.5 गुना बढ़ाया गया है.
प्रधानमंत्री ने कहा कि इस बजट को स्मार्ट और आधुनिक बनाने के लिए सात मुख्य रास्तों का सुझाव दिया गया है. इनमें गंगा के किनारे मिशन मोड पर प्राकृतिक खेती, नदी के दोनों ओर के किनारों पर पांच किमी चौड़े कॉरिडोर, आधुनिक खेती उपलब्ध कराने के साथ ही 1.5 लाख डाकघरों में नियमित बैंकिंग सुविधाएं पहुंचाना शामिल है.
इस साल यानि 2022-23 का कुल रक्षा बजट करीब 5.25 लाख करोड़ है. पिछले साल यानि 2021-22 का कुल रक्षा बजट था 4.78 लाख करोड़. इस साल के रक्षा बजट में सेनाओं (थलसेना, वायुसेना और नौसेना) के नए हथियार, सैन्य साजो सामान और अन्य आधुनिकिकरण के लिए कुल कैपिटल-आउटलेय (पूंजीगत व्यय) रखा गया है 1.52 लाख करोड़. ये कैपिटल आउटलेय पिछले साल के मुकाबले करीब 12 प्रतिशत ज्यादा है. पिछले साल पूंजीगत व्यय था 1.35 लाख करोड़