हेल्दी त्वचा के लिए आप कच्चे दूध का इस्तेमाल कई तरीकों से कर सकते हैं. दूध में लैक्टिक एसिड होता है. ये त्वचा को एक्सफोलिएट करने, मृत त्वचा को हटाने और सूजन को कम करने में मदद करता है

झाई एक ऐसी समस्या है जो बहुत मुश्किल से खत्म होती है. हां इसे कुछ घरेलू उपायों से कम जरूर किया जा सकता है. आप रोज कच्चा दूध लगाकर पिग्मेंटेशन को कम कर सकते हैं. कच्चे दूध में मौजूद विटामिन ए और डी त्वचा को स्वस्थ रखने में भी मदद करते हैं. ये त्वचा को यूवी किरण से होने वाले नुकसान से भी बचाने में मदद करता है. ये आपकी त्वचा को ठंडक पहुंचाता है. कच्चे दूध को आप अपने स्किनकेयर रूटीन में कई तरीके से शामिल कर सकते हैं. आप फेस क्लींजिंग और पिग्मेंटेशन को कम करने के लिए भी कच्चे दूध का इस्तेमाल कर सकते हैं.
फेस क्लींजिंग के लिए कच्चा दूध
कच्चे दूध में विटामिन ए, डी, ई और के होता है. ये इसे एक बेहतरीन एक्सफोलिएटिंग एजेंट बनाते हैं. अगर आप त्वचा के लिए केमिकल युक्त प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल नहीं करना चाहते तो आप फेस क्लींजर के रूप कच्चे दूध का इस्तेमाल भी कर सकते हैं. इसके लिए कच्चे दूध में एक कॉटन पैड डुबोएं. इससे अपना चेहरा और गर्दन साफ करें. इसे सूखने दें और फिर साफ पानी से धो लें. ये त्वचा को मुलायम बनाने में मदद करता है.
त्वचा की बढ़ती उम्र को रोकने के लिए कच्चा दूध
जैसे-जैसे हमारी उम्र बढ़ती है वैसे ही हमारी त्वचा की उम्र भी बढ़ती है. इस दौरान त्वचा पर झुर्रियां, महीन रेखाएं, पिग्मेंटेशन जैसे उम्र बढ़ने के लक्षण नजर आने लगते हैं. नियमित रूप से कच्चे दूध का इस्तेमाल झुर्रियों और पिग्मेंटेशन को जल्दी होने से रोकता है. ये इन समस्याओं को रोकने का आसान तरीका है. कच्चे दूध में विटामिन ए और बी होता है जो बढ़ती उम्र के लक्षणों से लड़ने में मदद करते हैं.
पिग्मेंटेशन को कम करने के लिए कच्चा दूध
कच्चे दूध में मौजूद लैक्टिक एसिड चेहरे पर पिगमेंटेशन के लिए फादयेमंद हैं. ये न केवल पिगमेंटेशन की समस्या को कम करते हैं. बल्कि मुंहासों के निशान और काले धब्बों आदि को भी कम करते हैं. कच्चा दूध टैन को दूर करने का एक बेहतरीन उपाय है. ये त्वचा की मृत कोशिकाओं को हटाने में मदद करता है. कच्चे दूध में एक कॉटन बॉल डुबोएं और पूरे चेहरे पर लगाएं. इसे कुछ देर के लिए लगा रहने दें. इसके बाद चेहरे को धो लें. ये आपकी त्वचा को फ्रेश रखेगा और ग्लोइंग बनाएगा.