रूस और यूक्रेन के बीच विवाद जारी है और यूक्रेन में युद्ध के बादल मंडरा रहे हैं. इसी बीच, भारत ने भी अपने नागरिकों को यहां से बाहर निकालने की कोशिश शुरू कर दी है.

यूक्रेन और रूस के बीच संकट जारी है. रूस ने पूर्वी यूक्रेन को अलग देश की मान्यता दी है. पुतिन ने ऐलान किया है कि रूस, पूर्वी यूक्रेन के दो अलग-अलग क्षेत्रों की स्वतंत्रता को मान्यता देगा. अब माना जा रहा है पुतिन के इस ऐलान के बाद दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ सकता है. हाल ही में यूक्रेन में भारतीय दूतावास के अधिकारियों के परिवारों को भारत वापस जाने के लिए कहा गया है. वहीं, अब सरकार नागरिकों को वापस लाने की तैयारी में है और मंगलवार सुबह एयर इंडिया का विशेष विमान यूक्रेन रवाना कर दिया गया है.
सरकार ने अपने नागरिकों को वापस लाने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया है. ऐसे में हम आपको बताते हैं कि सरकार ने यूक्रेन से लोगों को वापस मंगाने के लिए क्या प्लान बनाया है और इस प्लान से किस तरह लोगों को वापस लाया जाएगा. जानते हैं इस रेस्क्यू ऑपरेशन से जुड़ी हर एक बात…
क्या है सरकार का प्लान?
दरअसल, सरकार ने इस विशेष अभियान के लिए 200 से ज्यादा सीटों वाले ड्रीमलाइनर बी-787 विमान को तैनात किया है. ऐसे में 22, 24 और 26 फरवरी 2022 को भारत-यूक्रेन (बोरिस्पिल इंटरनेशनल एयरपोर्ट) 3 उड़ानों का संचालन करेगी, बुकिंग एयर इंडिया बुकिंग कार्यालयों, वेबसाइट, कॉल सेंटर और अधिकृत ट्रैवल एजेंटों के माध्यम से खुली हैं. साथ ही खीव से दिल्ली के लिए 25 फरवरी को सुबह 7 बजे, 27 फरवरी को सुबह 7 और शाम 7.35 बजे अतिरिक्त फ्लाइट संचालित की जाएगी.
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, अभी फ्लाइट नंबर एआई1947 के जरिए तीन उड़ानों से लोगों को लाया जाएगा. इसके बाद इस हफ्ते में गुरुवार और शनिवार को दो और फ्लाइट चलाई जाएगा. इसके लिए बोइंग 787 का इस्तेमाल किया जाएगा, जिसमें 256 यात्रियों की सीट है और यह कीव में मंगलवार को शाम तक पहुंच जाएगा और फिर वहां से भारतीय नागरिकों को निकाला जाएगा. ज्यादा फ्लाइट का विकल्प उपलब्ध होने पर एडवाइजरी को बदला जा सकेगा. इसके अलावा छात्रों को सोशल मीडिया पर अपडेट रहने की सलाह दी गई है.
यूक्रेन से क्यों निकाला जा रहा है?
रूस के साथ बढ़ते तनाव के बीच भारत ने रविवार को यूक्रेन में दूतावास के अधिकारियों के परिवार के सदस्यों के साथ-साथ छात्रों और नागरिकों को पूर्वी यूरोपीय देश छोड़ने के लिए कहा है. छात्रों और अन्य नागरिकों के लिए निर्देश Kyiy में भारतीय दूतावास से आए हैं. यह हफ्ते में दूसरी बार अपील की गई है और यूक्रेन में तनाव के चलते यह फैसला लिया गया है.