उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में रविवार को तीसरे चरण का मतदान हुआ. इस दौरान कानपुर की मेयर प्रमिला पांडे मतदान करते समय फोटो खिंचवाने को लेकर विवादों में आ गईं.

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में रविवार को तीसरे चरण का मतदान हुआ. इस दौरान कानपुर की मेयर प्रमिला पांडे मतदान करते समय फोटो खिंचवाने को लेकर विवादों में आ गईं. कानपुर मेयर ने वोट डालते समय मतदान केंद्र के अंदर तस्वीरें और वीडियो शूट किए. प्रमिला पांडे ने कानपुर में हडसन स्कूल मतदान केंद्र पर अपना वोट डालते समय चुनाव आयोग के नियमों का उल्लंघन किया. उन्होंने वोट डालते समय खिंची गई फोटो फेसबुक पर भी शेयर की. वहीं जिलाधिकारी ने मामले का संज्ञान लेते हुए उसके खिलाफ कार्रवाई शुरु कर दी. जिलाधिकारी ने कहा कि मेयर पांडे ने हडसन स्कूल में मतदान केंद्र के अंदर अपना मोबाइल फोन लेकर गई और मतदान के दौरान सेल्फी ली.
कानपुर की जिला मजिस्ट्रेट ने ट्विटर पर पोस्ट किया और लिखा श्रीमती प्रमिला पांडे के खिलाफ हडसन स्कूल मतदान केंद्र पर गोपनीयता भंग करने के लिए संबंधित धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज की जा रही है. कानुर की मेयर प्रमिला जब वोट डालने गईं तब उनके हाथों में कमल का फूल भी था जो बीजेपी का चुनाव चिन्ह भी है. प्रमिला का कहना है कि उन्होंने कुछ भी गलत नहीं किया है.
क्यों लोग कहते हैं रिवॉल्वर दीदी
ये पहला मामला नहीं है जब प्रमिला चर्चा में आईं हैं. इससे पहले भी कई बार विवादों में रह चुकीं है. लोग उन्हें रिवॉल्वर दीदी, रिवॉल्वर अम्मा भी कहते हैं. इसके पीछे की वजह है कि वो अक्सर जहां भी जाती हैं, तो अपना रिवॉल्वर साथ लेकर जाती हैं. कानपुर की मेयर बनने से पहले प्रमिला पार्षद थीं. जानकारी के अनुसार उस समय वो अपनी लाइसेंसी रिवॉल्वर लेकर जीप से घूमा करती थीं. प्रमिला बीजेपी की महिला मोर्चा की जिलाध्यक्ष भी रह चुकी हैं. वे साड़ी पहनती हैं और उसी के साथ रिवॉल्वर भी लेकर चलती थीं. इसके बाद लोगों ने उन्हें रिवॉल्वर दीदी कहना शुरू कर दिया.
नवाब सिंह के खिलाफ भी हुई कार्रवाई
प्रमिला पांडेय के अलावा कानपुर नगर की जिला निर्वाचन अधिकारी ने भारतीय जनता पार्टी युवा मोर्च के पूर्व अध्यक्ष नवाब सिंह के खिलाफ भी एफआईआऱ दर्ज कराने की प्रक्रिया शुरू कर दी है. कानपुर नगर के डीएम के ट्विटर हैंडल से जानकार दी गई है कि नवाब सिंह, पूर्व अध्यक्ष, भाजपा युवा मोर्चा द्वारा मतदान केंद्र में मतदान की गोपनीयता भंग करने के लिए उनके खिलाफ सुसंगत धाराओं में एफआईआर दर्ज कराई जा रही है.