शनिदेव अगर प्रसन्न हों तो रंक को राजा बना सकते हैं लेकिन अगर नाराज हो जाएं तो राजा को भी रंक बनाते देर नहीं लगती. इसलिए शनिवार के दिन शनि से जुड़ी कुछ चीजों का दान करके शनिदेव को प्रसन्न किया जा सकता है.

शनिदेव को काले तिल अति प्रिय हैं. कहा जाता है कि शनिदेव का वर्ण काला होने की वजह से उनके पिता सूर्यदेव ने उन्हें अपना पुत्र स्वीकार करने से मना कर दिया था, तब से उपेक्षित काले रंग को शनिदेव ने अपना प्रिय रंग बना लिया. शनिवार के दिन किसी को काले तिल दान करने से शनि से जुड़े कई कष्ट दूर होते हैं, लेकिन इसे शनिवार के दिन खरीदना नहीं चाहिए. इससे आपके तमाम कामों में रुकावटें आने लगती हैं.

लोहे से बना कोई सामान या लोहे का बर्तन दान करने से भी शनिदेव प्रसन्न होते हैं और ऐसी मान्यता है कि लोहा शनिदेव को काफी अधिक प्रिय है. शनिवार के दिन लोहे से बने बर्तन जैसे- तवा, कराही आदि का दान किसी निर्धन या जरूरतमंद व्यक्ति को करने से जीवन की सारे परेशानियां दूर हो जाती हैं और चोट-चपेट या किसी तरह की दुर्घटना से भी बचने में मदद मिलती है.

हर शनिवार को सात प्रकार का अनाज दान करें जिसमें गेहूं, चावल, ज्वार, मक्का, बाजरा, चना और काली उड़द शामिल हो। जरूरतमंदों को अनाज का दान करने से शनि दोष का असर कम होता है और शनि देव प्रसन्न भी होते हैं।