यूक्रेन पर रूस के हमले के बढ़ते खतरे के बीच अमेरिका ने चेतावनी दी है कि रूस यूक्रेन के नेताओं की हत्या या उन्हें फिर गिरफ्तार करने के लिए लिस्ट बना रहा है। अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने भी इस खतरे की ओर इशारा किया है।

यूक्रेन में युद्ध के बढ़ते खतरे के बीच अमेरिका की खुफिया एजेंसियों ने बड़ा दावा किया है. अमेरिकी जासूसों को जानकारी मिली है कि रूस यूक्रेन पर कब्जे के बाद वहां रह रहे रूस विरोधी नेताओं को निशाना बनाने के लिए योजना तैयार कर रहा है. रूस के निशाने पर राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के खिलाफ भ्रष्टाचार के विरोध में मुहीम चलाने वाले कार्यकर्ता, निर्वासन में रह रहे बेलारूस और रूस के विद्रोही भी शामिल हैं. रूस या तो इन लोगों की हत्या करेगा या इन्हें गिरफ्तार करेगा. इससे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने भी कहा कि यूक्रेन पर रूसी आक्रमण का खतरा बढ़ गया है और ऐसा आने वाले दिनों या हफ्तों में हो सकता है.
अमेरिका ने यह चेतावनी ऐसे समय पर दी है जब राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा है कि रूस कभी भी यूक्रेन पर हमला कर सकता है। इससे पहले अमेरिकी विदेश मंत्री एंटीन ब्लिंकन ने संयुक्त राष्ट्र में दिए अपने भाषण में संकेत दिया था कि रूस अपने राजनीतिक विरोधियों को अरेस्ट करके या फिर उनकी हत्या करके उन्हें निशाना बनाएगा। ब्लिंकन ने कहा था, ‘हमारे पास सूचना है कि रूस यूक्रेन के विशेष समूहों को निशाना बनाएगा।’ अमेरिका ने अपनी खुफिया सूचना को यूक्रेन और इलाके के अन्य सहयोगी देशों को साझा किया है।
लिस्ट पर अमेरिका ने जताई हैरानी
अमेरिका ने इस लिस्ट को लेकर हैरानी जताई है, क्योंकि इसमें उन सभी लोगों को शामिल किया गया है, जो रूसी एजेंडा का विरोध करते हैं. फाइव आईज इंटेलिजेंस पार्टनर्स ने रूसी खुफिया एजेंसियों जैसे एफएसबी और जीआरयू को भी ट्रैक किया है. एक अधिकारी ने कहा कि रूस और बेलारूस ने सरकार से असंतुष्ट रहने वाले लोगों पर साल 2020 में बड़े स्तर पर कार्रवाई की थी. जिसके चलते ये लोग भागकर अपनी जान बचाने के लिए यूक्रेन आ गए. यूक्रेनी नागरिकों के विपरीत, इन लोगों को यूरोप के अन्य देशों की यात्रा करने के लिए वीजा की आवश्यकता होती है. बता दें रूस ने यूक्रेन से लगी सीमाओं पर एक लाख से अधिक सैनिकों को तैनात कर दिया है. अमेरिका सहित दूसरे पश्चिमी देशों का कहना है कि रूस कभी भी यूक्रेन पर हमला कर सकता है.