भारत ने 50 से अधिक चीनी एप्स को रोक लगा दी है. इस फैसले पर चीन ने आलोचना की है.

भारत सरकार ने सुरक्षा और निजता पर चिंता जताते हुए चीन के 54 ऐप्स को प्रतिबंधित कर दिया है. जिससे चीन तिलमिला उठा है. उसने गुरुवार को भारत के इस कदम की निंदा की. चीन ने कहा कि इस कदम ने चीन की कंपनियों के हितों को नुकसान पहुंचाया है. भारत ने सोमवार को चीन से जुड़े 54 और ऐप्स को बैन कर दिया था. जिनमें वीवा वीडियो एडिटर और गेमिंग ऐप इलुमिनेट शामिल हैं. चीनी ऐप्स कथित तौर पर विभिन्न महत्वपूर्ण पर्मिशन प्राप्त करते हैं और संवेदनशील यूजर्स डाटा को एकत्र करते हैं. चीन इसी एकत्रित किए गए डाटा का गलत इस्तेमाल करता है.
भारत ने लगाया बैन
बता दें भारत ने सोमवार को चीन से संबंध रखने वाले 54 मोबाइल ऐप को सुरक्षा एवं निजता से जुड़े मसलों पर प्रतिबंधित कर दिया जिनमें टेंसेंट एक्सराइवर, नाइस वीडियो बायडु और वीवा वीडियो एडिटर शामिल हैं.
सूत्रों के मुताबिक प्रतिबंधित किए गए 54 चीनी ऐप ने कथित तौर पर उपयोगकर्ताओं से अहम मंजूरियां हासिल कर उनसे संवेदनशील जानकारियां जुटाईं. ये ऐप उपयोगकर्ताओं से जुटाई गई जानकारियों का दुरुपयोग कर रहे थे और उसे विरोधी देश में स्थित सर्वरों को भेज रहे थे.
ये ऐप आए प्रतिबंध के दायरे में
प्रतिबंध के दायरे में आए ऐप में ब्यूटी कैमराः स्वीट सेल्फी एचडी, ब्यूटी कैमराः सेल्फी कैमरा, राइज ऑफ किंग्सडम्सः लॉस्ट क्रुसेड, वीवा वीडियो एडिटर, टेंसेंट एक्सराइवर जैसे लोकप्रिय ऐप भी शामिल हैं. इनके अलावा गेरेना फ्री फायर- इल्युमिनेट, एस्टाक्राफ्ट, फैंसीयू प्रो, मूनचैट, बारकोड स्कैनर-क्यूआर कोड स्कैन और लीका कैम को भी सरकार ने प्रतिबंधित कर दिया है.
भारत ने इससे पहले साल 2020 में भी चीनी ऐप्स पर प्रतिबंध लगाया था. जून 2020 में सरकार ने चीनी लिंक से जुड़ी 59 ऐप बैन कर दिए थे. जिनमें मशहूर ऐप टिकटॉक और यूसी ब्राउजर भी शामिल है. सरकार ने कहा कि वह देश की संप्रभुता, अखंडता और सुरक्षा के लिए ऐसा कर रही है. ये ऐप्स इनके प्रतिकूल हैं. ठीक इसी साल सितंबर महीने में सरकार ने मशहूर गेमिंग ऐप पबजी सहित 118 और मोबाइल एप्लिकेशन को बैन कर दिया था. इन्हें राष्ट्र की संप्रभुता, अखंडता और रक्षा के लिए हानिकारक बताया गया था.