सपा प्रत्याशी ओमप्रकाश सिंह ने कहा कि भाजपा प्रत्याशी का गणित कमजोर है। वह खुद 5 साल, बसपा विधायक पशुपति राय 5 साल और बीजेपी विधायक त्रिशन सिंह 5 साल और साथ ही दो बार राष्ट्रपति शासन लगा चुकी हैं।

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव (उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव) सभी राजनीतिक दल एक दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं। इसी कड़ी में जमानिया विधानसभा (जमानिया विधानसभा) की भाजपा प्रत्याशी सुनीता सिंह 30 साल बनाम 5 साल के अपने बयानों में लगातार विकास कार्यों की बात कर रही हैं। उन्हें, सपा के पूर्व उम्मीदवार ओम प्रकाश सिंह (ओम प्रकाश सिंह) ने कहा कि उनका गणित कमजोर है। वह खुद 5 साल, बसपा विधायक पशुपति राय 5 साल और भाजपा विधायक त्रिशन सिंह 5 साल और साथ ही दो बार राष्ट्रपति शासन कर चुकी हैं। ऐसे में उनका गणित कमजोर है, उन्हें कुछ ट्यूशन दें ताकि वे गुणन गणित को ठीक से जान सकें।नामांकन दाखिल करने आए पूर्व मंत्री ओमप्रकाश सिंह ने मीडिया से बात करते हुए यह बात कही।
इस दौरान बसपा की स्थिति के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि बहन जी के बारे में सबको पता है. तीन बार सरकार बनाई है लेकिन इस बार वह कहीं से भी लड़ाई में नहीं है. वहीं, बसपा के द्वारा मुस्लिम प्रत्याशी परवेज खान को घोषित किए जाने पर कहा कि, उन्हें भरोसा है कि इलाके का मुसलमान गलत फैसला नहीं लेगा. जो अल्लाह पर भरोसा करता है मैं उस पर भरोसा करता हूं.
1989 में जीता था पहला चुनाव
उन्होंने इस चुनाव में अपना मुद्दा विकास बताया और कहा कि मेरे द्वारा जो विकास कार्य किए गए हैं, उसी की बदौलत चुनाव लड़ रहा हूं. समाजवादी पार्टी कभी भी जाति धर्म की राजनीति नहीं करती है. बल्कि उसके पास अपना विचार, सोच और कार्यक्रम है.
बताते चलें कि गाजीपुर की दिलदारनगर विधानसभा सीट पर 1989 से ओमप्रकाश सिंह चुनाव जीतते आए है. वहीं 2012 के चुनाव में दिलदारनगर विधानसभा का अस्तित्व खत्म हो गया. उसका कुछ हिस्सा जमानिया विधानसभा में मर्ज हो गया और 2012 से जमानिया विधानसभा से चुनाव लड़ते रहे हैं. 2017 का चुनाव बिहार के मंत्री रहे दद्दन पहलवान के बेटे करतार सिंह ने वोट कटवा की भूमिका अदा कर ओमप्रकाश सिंह का खेल बिगाड़ दिया और यहां से भारतीय जनता पार्टी के सुनीता सिंह ने जीत हासिल की थी. 2017 के चुनाव में सुनीता सिंह को 76,823 वोट मिले थे. दूसरे नंबर पर बीएसपी के अतुल राय थे जिन्हें 67,559 वोट मिले थे. वहीं तीसरे नंबर पर ओम प्रकाश सिंह थे जिन्हें 49,557 वोट मिले थे.