पूर्व केंद्रीय कानून मंत्री अश्विनी कुमार के कांग्रेस छोड़ने के एक दिन बाद, पार्टी नेता मनीष तिवारी ने बुधवार को इस फैसले को ‘दुर्भाग्यपूर्ण’ बताया और कहा कि राज्यसभा सीट की महत्वाकांक्षा लोगों से बहुत कुछ करवाती है.

पंजाब में विधानसभा चुनाव के लिए मतदान से चंद रोज पहले पार्टी छोड़ने वाले पूर्व केंद्रीय मंत्री अश्विनी कुमार को लेकर मामला अभी शांत नहीं हुआ है. कांग्रेस नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री मनीष तिवारी ने आज बुधवार को कांग्रेस पार्टी छोड़ने का ऐलान करने वाले अश्विनी कुमार पर निशाना साधा और उनके फैसले को बेहद दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया. साथ ही यह भी कहा कि राज्यसभा सीट की महत्वाकांक्षा लोगों को बहुत कुछ करवाती है.लुधियाना में प्रेसवार्ता करते हुए श्री आनंदपुर साहिब से कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने यह भी कहा कि राज्यसभा सीट की महत्वाकांक्षा लोगों को कई काम करवाती है, और अश्विनी कुमार के साथ भी ऐसा ही हुआ. लोकसभा सांसद मनीष ने कहा, ‘जब कोई नेता पार्टी छोड़कर जाता है, तो उससे कांग्रेस को जरुर नुकसान होता है. अश्विनी कुमार पंजाब से हमारे सांसद रहे और प्रतिष्ठित केंद्रीय मंत्री रहे और सहयोगी भी रहे हैं. अगर वह हमें छोड़कर गए हैं तो यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है.’ साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि राज्यसभा सीट की महत्वाकांक्षा लोगों को बहुत कुछ करने के लिए मजबूर करती है.
सामूहिक चिंता का विषय’
इससे पहले अश्विनी कुमार ने कल मंगलवार को जब अपना इस्तीफा सोशल मीडिया पर शेयर किया तब कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने तेजी से उस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि हमारे बीच मत भिन्नता थी, लेकिन यह बहुत ही सभ्य तरीके से थी. यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि अश्विनी कुमार को इस तरह का फैसला लेने के लिए मजबूर होना पड़ा.
इससे पहले पूर्व केंद्रीय मंत्री आनंद शर्मा और ‘जी 23’ समूह के कुछ अन्य नेताओं ने पूर्व केंद्रीय मंत्री अश्विनी कुमार के कांग्रेस पार्टी छोड़ने पर कल मंगलवार को दुख जताया और कहा कि यह ‘सामूहिक चिंता का विषय’ है. देश के पूर्व कानून मंत्री अश्विनी कुमार ने पंजाब विधानसभा चुनाव से कुछ दिन पहले मंगलवार को कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया.
कांग्रेस छोड़ना देखकर दुख हुआ
राज्यसभा में कांग्रेस के उप नेता आनंद शर्मा ने ट्वीट कर कहा, ‘हमारे मूल्यवान साथी अश्विनी कुमार का कांग्रेस छोड़ना देखकर दुख होता है. दुर्भाग्यपूर्ण है कि पार्टी की चार दशक सेवा करने वाला कोई व्यक्ति छोड़ गया. यह सामूहिक चिंता का विषय है.’ हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा, ‘अश्विनी कुमार के कांग्रेस छोड़ने की खबर दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण है. वह मेरे पुराने मित्र हैं और स्वतंत्रता सेनानी के परिवार से ताल्लुक रखते हैं.’
पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस के लोकसभा सांसद मनीष तिवारी ने ट्वीट कर कहा, ‘दुखद! हमारे बीच मत भिन्नता थी, लेकिन यह बहुत ही सभ्य तरीके से थी. दुर्भाग्यपूर्ण है कि अश्विनी कुमार को यह फैसला करने के लिए विवश होना पड़ा.’ आनंद शर्मा, मनीष तिवारी और भूपेंद्र सिंह हुड्डा ‘जी 23’ समूह के उन नेताओं में शामिल हैं, जिन्होंने अगस्त, 2020 में पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखकर कांग्रेस में संगठन चुनाव करवाने की मांग की थी.