दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा, ‘सुबह से लेकर देर शाम तक चन्नी ने मुझे और मान को अपशब्द कहे, लेकिन उन्होंने सुखबीर सिंह बादल का नाम नहीं लिया. सुखबीर सिंह बादल ने भी मुझे अपशब्द कहे, लेकिन चन्नी का नाम नहीं लिया.’

पंजाब विधानसभा चुनाव के लिए जमकर प्रचार किया जा रहा है. राजनीतिक पार्टियां वोटिंग से पहले मतदाताओं को आकर्षित करने के लिए हरसंभव कोशिश में जुटी हुई हैं और जमकर पसीना बहा रही हैं. इस बीच दिल्ली के मुख्यमंत्री व आम आदमी पार्टी राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने फगवाड़ा में रोड शो किया है, जहां उन्होंने आमजन से झाड़ू का बटन दबाने की अपील की और कहा कि उनकी पार्टी कम से कम 80 सीटों पर फतह हासिल करेगी, लेकिन इससे भी ज्यादा सीटें लाने के लिए और चार दिन मेहनत करेंगे. केजरीवाल ने इससे पहले दिन में शाम चौरासी और होशियारपुर के सेशन चौक पर रोडशो किया.
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अमृतसर में दावा किया कि पंजाब में आम आदमी पार्टी के प्रतिद्वंद्वी दल उन्हें और उनकी पार्टी से मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार भगवंत मान को निशाना बना रहे हैं. उनकी पार्टी और उसके नेताओं की बस यही गलती है कि वे पंजाब में स्कूलों और अस्पतालों की हालत बेहतर करने, लोगों को नौकरियां देने और बेअदबी के मामलों में न्याय सुनिश्चित करने के बारे में बात करते हैं.
दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कहा, ‘सुबह से लेकर देर शाम तक चन्नी ने मुझे और मान को अपशब्द कहे, लेकिन उन्होंने शिअद प्रमुख सुखबीर सिंह बादल का नाम नहीं लिया. सुखबीर सिंह बादल ने भी मुझे अपशब्द कहे, लेकिन चन्नी का नाम नहीं लिया. प्रियंका गांधी ने भी मुझे अपशब्द कहे. ऐसा लगता है कि वे सभी मिल गये हैं और हमे निशाना बना रहे हैं.’ केजरीवाल ने कहा कि ये सभी प्रतिद्वंद्वी दल आप को नहीं, बल्कि पंजाब को हराना चाहते हैं.
सुरक्षा चूक की घटना पर कोई राजनीति नहीं होनी चाहिए- केजरीवाल
उन्होंने कहा, ‘ये दल नहीं चाहते हैं कि आप सत्ता में आए. बल्कि वे चाहते हैं कि जिस तरह से उन्होंने पिछले 70 साल पंजाब को लूटा है, उसे जारी रखें. उन्हें डर है कि यदि आप सत्ता में आ गई तो उनकी लूट स्थायी रूप से बंद हो जाएगी. आजकल चन्नी सो नहीं पा रहे हैं. जब वह आंखें बंद करते हैं तो मैं भूत की तरह उनके सपनों में आता हूं और वह जाग जाते हैं. एक बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि क्या कांग्रेस पंजाब को सुरक्षित रख सकती है. सुरक्षा चूक की घटना पर कोई राजनीति नहीं होनी चाहिए. लेकिन यह दोनों ओर से हो रही है.’ पंजाब में 20 फरवरी को विधानसभा चुनाव है. मतगणना 10 मार्च को होगी.