
भविष्य में एलपीजी सिलेंडर के महंगे होने की संभावना है. हालिया बजट में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने फ्यूल सब्सिडी में कटौती की है. इस कटौती से सब्सिडी में मिलने वाला पैसा घट सकता है. एलपीजी पर सब्सिडी के लिए सरकार फंड आवंटित करती है. इस बार के बजट में फंड की राशि घटने से सब्सिडी कम मिलने की संभावना है. कोरोना के बीच सरकार ने कई महीने से सब्सिडी बंद कर रखी है. कुछ राज्यों को छोड़ दें तो एलपीजी सिलेंडर को सब्सिडी नहीं दी जा रही है. इसका सबसे बुरा असर कम आय वाले परिवारों और मध्यम वर्गीय लोगों पर देखा जा रहा है.
इस बार के बजट में सरकार ने फर्टिलाइजर, फूड और पेट्रोलियम सब्सिडी में कटौती की है. ये तीनों सब्सिडी आम लोगों के लिए बहुत अहम हैं. तीनों की तुलना करें तो पेट्रोलियम सब्सिडी सबसे कम है, लेकिन इसका सबसे बड़ा असर देखा जाएगा. पिछले बजट में पेट्रोलियम सब्सिडी के लिए 6,500 करोड़ रुपये दिए गए थे. लेकिन इस बार के बजट में यह 10.76 परसेंट घटकर 5,800 करोड़ रुपये पर आ गया है.