ग्लोबल क्रिप्टोकरेंसी मार्केट कैपिटलाइजेशन पिछले 24 घंटों के दौरान 2.14 फीसदी की गिरावट के साथ 1.86 ट्रिलियन डॉलर पर पहुंच गया है. जबकि, ट्रेडिंग वॉल्यूम 11.35 फीसदी की गिरावट के साथ 61.44 अरब डॉलर हो गया है.

ग्लोबल क्रिप्टोकरेंसी मार्केट कैपिटलाइजेशन पिछले 24 घंटों के दौरान 2.14 फीसदी की गिरावट के साथ 1.86 ट्रिलियन डॉलर पर पहुंच गया है. जबकि, ट्रेडिंग वॉल्यूम 11.35 फीसदी की गिरावट के साथ 61.44 अरब डॉलर हो गया है. जहां डिसेंट्रलाइज्ड फाइनेंस 24 घंटों की क्रिप्टोकरेंसी ट्रेडिंग वॉल्यूम के 11.58 फीसदी के साथ 7.11 अरब डॉलर पर मौजूद हैं. जबकि, स्टेबलक्वॉइन्स 80.37 फीसदी के साथ 49.37 अरब डॉलर पर पहुंच गए हैं. बिटकॉइन की बाजार में मौजूदगी 0.31 फीसदी बढ़कर 42.60 फीसदी पर पहुंच गई है. मार्केट कैपिटलाइजेशन के हिसाब से दुनिया की सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी आज 41,687.64 डॉलर पर ट्रेड कर रही है.
रुपये की टर्म में देखें, तो बिटकॉइन 1.14 फीसदी की गिरावट के साथ 33,30,681 रुपये पर ट्रेड कर रहा है. जबकि, इथेरियम 2.22 फीसदी नीचे गिरकर 2,27,351 रुपये पर पहुंच गया है. वहीं, कार्डानो 3.13 फीसदी की गिरावट के साथ 81.88 रुपये पर पहुंच गया है. और Avalanche 5.27 फीसदी की गिरावट के साथ 6,128.8 रुपये पर आ गया है.
पोलकाडॉट, लाइटकॉइन में भी आई गिरावट
दूसरी तरफ, पोलकाडॉट, 3.85 फीसदी की गिरावट के साथ 1,451.04 रुपये पर आ गया है. और लाइटकॉइन 2.76 फीसदी नीचे खिसककर पिछले 24 घंटों में 9,729.4 रुपये पर पहुंच गया है. वहीं, Tether 0.2 फीसदी के उछाल के साथ 79.71 रुपये पर पहुंच गया है.
मीमक्वॉइन शिव की बात करें, तो इसमें 2.96 फीसदी की तेजी देखी गई है. जबकि, डॉगकॉइन की कीमतें 1.68 फीसदी बढ़कर 11.68 रुपये पर ट्रेड कर रही हैं. टेरा (लूना) 1.66 फीसदी की गिरावट के साथ 4,130.14 रुपये पर मौजूद है.
दूसरी तरफ, सोलाना की बात करें, तो इस क्रिप्टोकरेंसी में पिछले 24 घंटों के दौरान 4.46 फीसदी की गिरावट के साथ 7,327.73 रुपये पर पहुंच गई है. XRP में 3.27 फीसदी की गिरावट देखी गई है. यह वर्तमान में 62.87 रुपये पर ट्रेड कर रही है. जबकि, अक्ष 5.77 फीसदी की गिरावट के साथ 4,463.5 रुपये पर आ गया है.
क्रिप्टोकरेंसी के रेगुलेशन के लिए अभी भारत में कानून नहीं
आपको बता दें कि सरकार ने क्रिप्टोकरेंसी और रेगुलेशन ऑफ ऑफिशियल डिजिटल करेंसी बिल, 2021 संसद के शीतकालीन सत्र में पेश करने के लिए लिस्ट किया था. इसे पहले बजट सत्र के लिए भी लिस्ट किया गया था, लेकिन इसे पेश नहीं किया जा सका था, क्योंकि सरकार ने इस पर दोबारा काम करने का फैसला लिया था.
क्रिप्टोकरेंसी पिछले कुछ समय में निवेश के तौर पर लोगों के बीच एक लोकप्रिय विकल्प बनकर सामने आया है. खास तौर पर, बड़ी संख्या में युवा इसमें पैसा लगा रहे हैं.